जनता कर रही त्राहिमाम, भाजपाई मना रहे जश्न : आरपीएन
रांची : जनता त्राहिमाम कर रही है और भाजपाई जश्न मना रहे हैं। देश में नोटबंदी के कारण ला
रांची : जनता त्राहिमाम कर रही है और भाजपाई जश्न मना रहे हैं। देश में नोटबंदी के कारण लाइन में लगकर सैकड़ों लोगों ने दम तोड़ दिया। ऐसे लोगों को श्रद्धांजलि देने के बदले कोई जश्न कैसे मना सकता है? उक्त बातें कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहीं। वे नोटबंदी के एक वर्ष पूरा होने पर राजभवन के समक्ष कांग्रेस के धरना में जुटे लोगों को संबोधित कर रहे थे।
बांहों में व सिर पर काली पट्टी बांधकर जुटे कांग्रेसियों को संबोधित करते हुए आरपीएन ने कहा कि भाजपा के लोग झूठ बोलने में जुटे हैं। कहा कि पूरे देश में आज के दिन को काला दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। लगे हाथ उन्होंने उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को चेतावनी भी दे दी। कहा, कांग्रेस सत्ता में आते ही मोदी के फैसलों की समीक्षा करेगी।
प्रदर्शन की अध्यक्षता कर रहे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत ने कहा कि नीतिगत फैसलों के समय सरकार को अंतिम व्यक्ति के लोगों का ध्यान रखना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तुगलकी फरमान लाकर जनता को परेशान किया है। भाजपा सरकार ने गरीबों को कुचलने का प्रयास किया है। उन्होंने प्रधानमंत्री को नोटबंदी की भूल स्वीकार करने व राष्ट्र के विकास में योगदान देने की बातें कहीं। नारा लगाया- सिंहासन खाली करो कि जनता आती है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकात सहाय ने कहा कि नोटबंदी से लोगों की मौत हुई, लेकिन प्रधानमंत्री को उसका कोई असर नहीं हुआ। बड़े औद्योगिक घरानों को लाभ हुआ है। देश की जीडीपी 3.5 फीसद घटा है। उद्योग धंधे बंद हुए। लोग बेरोजगार हुए हैं और यहां सरकार हाथी उड़ाने में जुटी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेसी गांव-गांव, पंचायत-पंचायत जाकर पीएम की विफलताओं को बताने का कार्य करेंगे। कार्यक्रम का संचालन आलोक दुबे ने किया। धरना प्रदर्शन को विधायक मनोज यादव, पूर्व सांसद धीरज प्रसाद साहू, ग्रामीण जिलाध्यक्ष रमा खलखो, महानगर अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह सहित बलजीत सिंह बेदी, आदित्य विक्रम जायसवाल, राजीव रंजन प्रसाद, साजिद अहमद, राम नारायण सिंह रोहिला, आभा सिन्हा आदि ने संबोधित किया।
मौके पर पूर्व मंत्री राजेन्द्र प्रसाद सिंह, अनादि ब्रहम, प्रदीप तुलस्यान, चंचल चटर्जी, लाल किशोर नाथ शाहदेव, सूर्यकांत शुक्ला सहित सैकड़ों कांग्रेसी शामिल थे। कांग्रेसी सरकार विरोधी स्लोगन लिखे तख्तियां भी लिए हुए थे।
गांधी प्रतिमा तक किया मार्च
कांग्रेस नेता व कार्यकर्ताओं ने राजभवन से मोरहाबादी स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा तक मार्च किया। इसके तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सद्बुद्धि देने की मांग की।
भाषा की मर्यादा भूले कांग्रेसी
रांची : बुधवार को धरना के दौरान कांग्रेसी कई बार भाषा की मर्यादा को लांघ गए। खुद पूर्व केंद्रीयमंत्री सुबोधकांत सहाय भी इसमें पीछे नहीं रहे। जीडीपी में कमी की चर्चा करते हुए उन्होंने मोदी का नाम लिया और काफी कुछ बोल गए। मुख्यमंत्री तक के लिए उन्होंने गलत उपमा का सहारा लिया। हालांकि देश में जिस तरह से राजनीतिक भाषा का ह्रास हुआ है उसमें यह कहीं से भी चौकानेवाली बात नहीं।