Jharkhand: बिजली को लेकर CM रेस, अधिकारियों को कड़ी चेतावनी
CM Raghubar Das ने विद्युत ग्रीड सब-स्टेशन के निर्माण तथा ट्रांसमिशन लाइन लगाने के कार्य की उच्चस्तरीय समीक्षा की। उन्होंने चेतावनी दी कि समय सीमा के भीतर सारी योजनाएं पूरी करें।
रांची, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को मंत्रालय में झारखंड ऊर्जा संचरण निगम लिमिटेड के द्वारा विद्युत ग्रीड सब-स्टेशन के निर्माण तथा ट्रांसमिशन लाइन लगाने के कार्य की उच्चस्तरीय समीक्षा की। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी कि समय सीमा के भीतर सारी योजनाएं पूरी करें। ठेकेदारों को स्पष्ट कहा कि अगर ऐसा नहीं कर सकते हैं तो अलग रास्ता पकड़ें। काम में ढिलाई किसी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिजली के बिना विकास असंभव है। बेहतर जीवन के लिए बिजली बुनियादी जरूरत है। 2014 में राज्य के 68 लाख परिवारों में से सिर्फ 38 लाख परिवारों तक ही बिजली की सुविधा थी। पिछले साढ़े चार साल में 30 लाख घरों तक हमने बिजली पहुंचाई है। किंतु केवल बिजली पहुंचाने के दायित्वों से हमारा उद्देश्य पूरा नहीं होता है। इसके लिए संसाधनों को मजबूत करना है।
सीएम ने कहा कि विभाग हो या एजेंसी, टाइमलाइन दीजिये कि कब काम पूरा करेंगे। सभी विभाग और एजेंसी मिलकर काम करें। कार्य के वॉल्यूम और प्रक्रिया को देखते हुए एक टाइमलाइन तय करें। वन विभाग से संबंधित मामले के लिए प्रस्ताव समर्पित कर दें। वन विभाग के साथ इन प्रस्तावों पर एक बैठक होगी। जून के अंत तक सभी क्लीयरेंस मिल जाएंगे। एजेंसी को शासन, स्थानीय प्रशासन या किसी अन्य से समन्वय में कोई परेशानी होने पर तुरंत सूचना दें। इसका निवारण तत्काल किया जाएगा।
बैठक में प्रत्येक परियोजना की अलग से समीक्षा की गई। संवेदकों ने आगे बढ़कर अपनी तारीखें दी। अगले तीन महीनों में सभी ग्रिड सब-स्टेशन और ट्रांसमिशन लाइन के कार्य पूरे हो जाएंगे। इससे बिजली की आपूर्ति और उसकी गुणवत्ता में व्यापक सुधार और परिवर्तन आ जाएगा।
बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. सुनील कुमार वर्णवाल, जेयूएसएनएल के एमडी निरंजन कुमार, वन विभाग के विशेष सचिव एके रस्तोगी, जेयूएसएनएल और वन विभाग के अधिकारी मौजूद थे।
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