स्टीफन मराडी का हालचाल लेने पहुंचे हेमंत सोरेन
राची मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शनिवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ विधायक व राज्य बीस सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति के अध्यक्ष स्टीफन मरांरू़ी से मिले और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली।
राची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शनिवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ विधायक व राज्य बीस सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति के अध्यक्ष प्रो. स्टीफन मराडी का हालचाल लेने उनके निवास स्थान पहुंचे। वे वहा लगभग आधे घटे रहे। स्टीफन मराडी की तबीयत खराब होने की जानकारी मिलने के बाद मुख्यमंत्री उनसे मुलाकात करने आए थे। स्टीफन मराडी ने संक्षिप्त बातचीत में बताया कि मुख्यमंत्री बेहतर काम कर रहे हैं और वे लगातार उनसे विभिन्न विषयों पर विमर्श करते रहे हैं। यूपीए की एकजुटता का भी संदेश दे गईं सोनिया
रांची : कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद किया। प्रत्यक्ष रूप से संवाद कोरोना संक्रमण से बचाव और राहत अभियान पर केंद्रित रहा, लेकिन इस संवाद के सियासी मायने भी हैं। सोनिया गांधी ने इस संवाद के माध्यम से झारखंड में यूपीए की एकजुटता का संदेश भी अप्रत्यक्ष रूप से देने की कोशिश की है।
झारखंड में झामुमो और कांग्रेस के नेताओं की हाल की बयानबाजी से दोनों दलों के बीच की दूरियां साफ झलकने लगी थी। पिछले दिनों की कुछ खास घटनाओं की बात करें, तो दाल-भात केंद्रों के संचालन को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कांग्रेस के मंत्रियों में टकराव देखने को मिला। निजी स्कूलों की फीस माफी पर भी झामुमो और कांग्रेस के मंत्रियों की राय भिन्न-भिन्न देखी गई। इसके अलावा कांग्रेस के एजेंडे को झारखंड में लागू करने को लेकर कांग्रेसी नेताओं के अति उत्साह से आपसी संबंधों में कुछ खटास देखी गई। ऐसे तमाम मामले लॉकडाउन की अवधि में अपेक्षाकृत शांत स्वर में ही, लेकिन सामने आए। झारखंड में कांग्रेस और झामुमो की इस रस्साकशी से कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व अनजान नहीं है। ऊपर का पैगाम एकजुटता का ही है। सोनिया गांधी और हेमंत सोरेन के संवाद से आपसी विवादों की राजनीति पर भी ब्रेक लगेगा। भाजपा के मुकाबले के लिए कांग्रेस अध्यक्ष झारखंड जैसे राज्यों में यूपीए की एकजुटता पर हमेशा से जोर देती रहीं है और यह भी स्पष्ट किया जा चुका है कि झारखंड में यूपीए की कमान हेमंत सोरेन के पास है। मजदूरों को घर तक पहुंचाने में जुटे रहेंगे कांग्रेस कार्यकर्ता
रांची : झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने कार्यकर्ताओं को ऐसे लोगों की मदद में जुटे रहने का निर्देश दिया है, जो विभिन्न माध्यमों से झारखंड पहुंच रहे हैं और अपने गांव जाना चाहते हैं। शुक्रवार की देर रात भी गुजरात से बस पर सवार होकर प्रवासी गिरिडीह पहुंचे। सांसद अहमद पटेल के खर्च पर पहुंचे लोगों को गांव तक पहुंचाने में कांग्रेसी जुटे रहे। शनिवार को प्रदेश काग्रेस राहत निगरानी समिति की बैठक में एक बार फिर सभी जिलों को निर्देश दिया गया कि बाहर से पहुंचने वाले लोगों के लिए राष्ट्रीय मार्गो पर भोजन का प्रबंध होना चाहिए। बैठक में कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर, केशव महतो कमलेश, प्रदीप तुलस्यान, आलोक कुमार दूबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव, डॉ. राजेश गुप्ता छोटू, मदन मोहन शर्मा, सन्नी टोप्पो आदि उपस्थित थे।
राहत निगरानी समिति ने खाद्य आपूíत मंत्री डॉ. रामेश्वर उराव द्वारा नेशनल हाइवे पर प्रवासी मजदूरों, छात्रों व अन्य सभी लोगों के लिए दाल-भात केंद्र योजना के माध्यम से निश्शुल्क भोजन, पानी उपलब्ध कराने के लिए बधाई देते हुए इसे आगे बढ़ाने का दायित्व कार्यकर्ताओं को दिया है। प्रदेश प्रवक्ता आलोक कुमार दुबे ने कहा कि रेल मंत्रालय ने भी झारखंड के साथ सौतेला व्यवहार किया है।