Move to Jagran APP

जिनके पास राशन कार्ड नहीं, उन्हें भी मिलेगा अनाज : हेमंत सोरेन

रांची राज्य सरकार उन्हें भी खाद्यान्न और अनाज मुहैया कराएगी जिनके पास राशन कार्ड नहीं है। रविवार को वकव कास्ट संबोधन के दारैन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने यह बातें स्पष्ट की।

By JagranEdited By: Published: Sun, 29 Mar 2020 07:12 PM (IST)Updated: Mon, 30 Mar 2020 06:19 AM (IST)
जिनके पास राशन कार्ड नहीं, उन्हें भी मिलेगा अनाज : हेमंत सोरेन
जिनके पास राशन कार्ड नहीं, उन्हें भी मिलेगा अनाज : हेमंत सोरेन

रांची : राज्य सरकार उन्हें भी खाद्यान्न और अनाज मुहैया कराएगी जिनके पास राशन कार्ड नहीं है। रविवार को वेब कास्टिंग के जरिए जिला परिषद, मुखिया, वार्ड पार्षदों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह दौर जीविका व जिंदगी का है। सभी को परेशानी हो रही है। पूरा देश लॉकडाउन है। इस वजह से मनरेगा का कार्य और फैक्ट्रिया बंद हैं। कहीं काम नहीं हो रहा है। 600 दाल-भात केंद्र के माध्यम से भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। थानों में भी भोजन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया जा चुका है। दो माह का राशन अग्रिम उपलब्ध कराया गया है।

loksabha election banner

गाव के मुखिया बिना राशन कार्ड वाले लोगों की सूची जिला उपायुक्त को उपलब्ध कराएं। उन्हें तत्काल अनाज मिलेगा। मुख्यमंत्री कैंटीन योजना के तहत सभी जरूरतमंदों को चूड़ा, गुड़ और चना का वितरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार पूरी तरह से तैयार है। आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी करते समय उचत दूरी बनाना बेहद आवश्यक है। इस मौके पर अपर मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का और मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपालजी तिवारी मौजूद थे।

-------

अन्य राज्यों में फंसे झारखंडवासियों का पूरा ख्याल

मुख्यमंत्री ने कहा कि रोजगार की तलाश में अन्य राज्यों में गए झारखंड वासियों का भी सरकार ख्याल रख रही है। उन्हें दो वक्त का भोजन सुनिश्चित किया जा रहा है। इसके लिए पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। कंट्रोल रूम की स्थापना भी हुई है।

------

बाहर से आने वाले सहयोग करें :

मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग विभिन्न राज्यों से झारखंड आए हैं, वे 14 दिनों तक अपने घरों में ही रहें। किसी से मिले नहीं। अपने परिजनों से भी उचित दूरी बनाकर कर रहें। इस दौरान अगर संक्रमण संबंधित किसी तरह का लक्षण प्रतीत नहीं होता है तो यह सुखद संदेश है। जिन्हें झारखंड में रहने की समस्या हो रही है, उनके लिए सरकार द्वारा पंचायत भवनों में रहने की व्यवस्था की जा रही है। अफवाहों पर ध्यान ना दें। बेहद जरूरी हो तभी घर से बाहर निकलें।

कोरोना से नहीं होगी एक भी कैजुअल्टी, रिम्स की व्यवस्था पर्याप्त : हेमंत सोरेन

राची : राज्य में कोरोना से एक भी कैजुअल्टी नहीं होगी। पूरी टीम इसकी तैयारी मैं है। यह बातें सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रविवार को रिम्स के ट्रामा सेंटर के निरीक्षण के दौरान कही। वे रिम्स में कोरोना सेंटर की व्यवस्था देखने पहुंचे थे। मुख्यमंत्री कोरोना सेटर पर संतुष्ट दिखे।

सीएम ने कहा कि यहा कोरोना के 100 मरीजों के उपचार की व्यवस्था है। लेकिन, हम लोग 1000 मरीजों के उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित करने की तैयारी में जुटे हैं। राज्य में कोरोना मरीजों की चिकित्सा व्यवस्था को लेकर हम पूरी तरह मुस्तैद हैं। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने कोरोना सेंटर में मरीजों को पहुंचाने एवं त्वरित उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित कराने को लेकर की गई व्यवस्था की भी जानकारी ली। रिम्स में उपचार को लेकर जरूरी संसाधनों के बारे में भी पूछा।

रिम्स निदेशक डॉ. डीके सिंह ने बताया कि फिलहाल 14 वेंटीलेटर कोरोना मरीजों के लिए रिजर्व रखे गए हैं। कुछ वेंटीलेटर मरीजों के इलाज में लगे हुए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य से बाहर भी जो लोग जहा रह रहे हैं, वहीं रहें। रही बात खाने पीने की तो उसके लिए सरकार काम कर रही है। हमारी कंट्रोल यूनिट 24 घटे काम कर रही है। हर जगह कंट्रोल यूनिट के फोन नंबर उपलब्ध कराए गए हैं। लोगों की शिकायतें सुनी जा रही हैं और समाधान भी किया जा रहा है।

निरीक्षण के दौरान अपर मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ.नितिन मदन कुलकर्णी, मुख्यमंत्री के ओएसडी गोपालजी तिवारी, अधीक्षक डॉ विवेक कश्यप, टास्कफोर्स के डॉ प्रभात कुमार, डॉ.प्रदीप भट्टाचार्या आदि मौजूद थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.