Move to Jagran APP

सहायक पुलिसकर्मियों की मांगों पर विकास आयुक्त की अध्यक्षता में बनी समिति लेगी फैसला

अनुबंध कर्मियों और उनकी सेवा शर्तों में सुधार के लिए विकास आयुक्त की अध्यक्षता में बनी समिति अब आंदोलनरत सहायक पुलिसकर्मियों के संदर्भ में भी फैसला लेगी। पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के स्तर से लिए गए इस निर्णय की जानकारी रविवार को मीडिया से साझा की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सहायक पुलिसकर्मियों की मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर रही है। इनका तीन साल का सेवा काल समाप्त होने के बाद भी इन्हें विस्तार देने और मानदेय बढ़ाने का भरोसा दिलाया गया है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 21 Sep 2020 01:26 AM (IST)Updated: Mon, 21 Sep 2020 01:26 AM (IST)
सहायक पुलिसकर्मियों की मांगों पर विकास आयुक्त की अध्यक्षता में बनी समिति लेगी फैसला
सहायक पुलिसकर्मियों की मांगों पर विकास आयुक्त की अध्यक्षता में बनी समिति लेगी फैसला

राज्य ब्यूरो, रांची : अनुबंध कर्मियों और उनकी सेवा शर्तों में सुधार के लिए विकास आयुक्त की अध्यक्षता में बनी समिति अब आंदोलनरत सहायक पुलिसकर्मियों के संदर्भ में भी फैसला लेगी। पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के स्तर से लिए गए इस निर्णय की जानकारी रविवार को मीडिया से साझा की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सहायक पुलिसकर्मियों की मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर रही है। इनका तीन साल का सेवा काल समाप्त होने के बाद भी इन्हें विस्तार देने और मानदेय बढ़ाने का भरोसा दिलाया गया है।

loksabha election banner

मंत्री ने स्पष्ट किया कि सभी सहायक पुलिसकर्मी हमारे अपने हैं और यही वजह है कि सरकार इनके साथ नरमी से पेश आ रही है। इसका यह मतलब कतई नहीं निकाला जाना चाहिए कि सरकार इनके आंदोलन से डर गई है। उन्होंने सहायक पुलिस कर्मियों को नसीहत दी कि वे किसी के हाथ का खिलौना न बनें। उन्हें बरगलाने वाले विधानसभा की कार्यवाही समाप्त होते ही 22 सितंबर के बाद दिखाई नहीं देंगे। उनका इशारा विपक्ष के नेताओं की ओर था। ऐसे में बेहतर यही होगा कि वे राजनीति का शिकार न बनें।

इससे पूर्व रविवार को आंदोलनरत सहायक पुलिस कर्मियों का एक प्रतिनिधिमंडल मंत्री के आवास पहुंचा था। मंत्री ने उनकी मांगों को लेकर सरकार के स्तर से सहानुभूतिपूर्वक विचार का भरोसा दिलाया। हालांकि मंत्री से वार्ता के बाद भी सहायक पुलिसकर्मी अपने आंदोलन पर डटे हुए हैं। बताते चलें कि राज्य में सहायक पुलिसकर्मियों की संख्या तकरीबन 2500 है। अपनी मांगों को लेकर सभी रांची के मोरहाबादी मैदान में आंदोलनरत हैं।

-----------


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.