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गढ़वा में रिश्वत लेते जिला अभिलेखागार का लिपिक गिरफ्तार

जिला अभिलेखागार कार्यालय गढ़वा के लिपिक रविंद्र पांडेय को एसीपी ने शुक्रवार को 4500 रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है। खतियान का नकल निकलने के एवज में वह रिश्वत ले रहा था। शिकायतकर्ता सत्यम कुमार गढ़वा के टंडवा गांव निवासी हैं।

By Kanchan SinghEdited By: Published: Fri, 24 Sep 2021 01:42 PM (IST)Updated: Fri, 24 Sep 2021 01:42 PM (IST)
गढ़वा में रिश्वत लेते जिला अभिलेखागार का लिपिक गिरफ्तार
गढ़वा में जिला अभिलेखागार कार्यालय का लिपिक रविंद्र पांडेय को एसीबी ने रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया है।

गढ़वा, जासं। जिला अभिलेखागार कार्यालय गढ़वा के लिपिक रविंद्र पांडेय को एसीबी ने शुक्रवार को 4500 रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है। खतियान का नकल निकलने के एवज में वह रिश्वत ले रहा था।  एसीबी पलामू की टीम ने उसे गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई है। शिकायतकर्ता सत्यम कुमार गढ़वा के टंडवा गांव निवासी  हैं। उन्होंने एक खतियान का नकल निकालने के लिए लिपिक रविंद्र पांडेय से संपर्क किया। रविंद्र ने उनसे  रिश्वत की मांग की थी। सत्यम ने इसकी शिकायत एसीबी से की। इसके बाद एसीबी ने यह करवाई की।

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शिकायत के आलोक में एसीबी की टीम ने लिपिक रविंद्र पांडेय को रिश्वत के रुपये के साथ गिरफ्तार कर पलामू ले गई है। लिपिक को गिरफ्तार किए जाने के बाद टीम के सदस्यों ने उसके घर पर की तलाशी ली। मालूम हो कि गढ़वा शहर के टंडवा निवासी बनारसी प्रसाद के पुत्र सत्यम कुमार ने अपनी जमीन के खतियान का नकल निकलने के लिए जिला अभिलेखागार में आवेदन दिया था। इसके लिए वह लगातार कार्यालय का चक्कर काट रहे थे। अभिलेखागार के लिपिक रविंद्र पांडेय ने इसके एवज में साढ़े हजार रुपये रिश्वत की मांग की थी।

रिश्वत मांगे जाने पर सत्यम कुमार ने इसकी शिकायत एसीबी की टीम से की थी। मामले की पुष्टि होने पर एसीबी की टीम ने रिश्वत लेते हुए लिपिक रविंद्र पांडेय को गिरफ्तार कर लिया। इस संबंध में एसीबी के डीएसपी केएन राम ने कहा कि भष्ट्राचार के खिलाफ हमारा अभियान आगे भी जारी रहेगा। लोग बगैर रिश्वत लिए जनता काम करें अन्यथा उनके खिलाफ इसी प्रकार की कार्रवाई होगी। गौरतलब हो कि इसके पूर्व विगत 15 सितंबर को एसीबी की टीम ने पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के राेकड़पाल त्रिलोचन दास को आठ हजार रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था। एसीबी द्वारा लगातार की जा रही कार्रवाई से विभिन्न विभागों में हड़कंप मचा हुआ है। लोग इस बात को लेकर आशंकित हैं कि पता नहीं अगली कार्रवाई किए विभाग के पदाधिकारी या कर्मचारी पर होगी।


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