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कैसे थमेगा डेंगू-चिकनगुनिया : वीआइपी इलाकों में एक घर पर चार सफाईकर्मी, पूरी राजधानी में 160 पर एक

प्रधानमंत्री देश में भले ही वीआइपी कल्चर को खत्म करने की वकालत कर रहे हैं, लेकिन झारखंड की राजधानी रांची में यह धरातल पर नहीं दिखता।

By JagranEdited By: Published: Thu, 09 Aug 2018 12:33 PM (IST)Updated: Thu, 09 Aug 2018 12:33 PM (IST)
कैसे थमेगा डेंगू-चिकनगुनिया : वीआइपी इलाकों में एक घर पर चार सफाईकर्मी, पूरी राजधानी में 160 पर एक
कैसे थमेगा डेंगू-चिकनगुनिया : वीआइपी इलाकों में एक घर पर चार सफाईकर्मी, पूरी राजधानी में 160 पर एक

आशीष झा, रांची। प्रधानमंत्री देश में भले ही वीआइपी कल्चर को खत्म करने की वकालत कर रहे हों और मुख्यमंत्री इस अभियान को मुकाम दिलाने की पुरजोर कोशिशों में जुटे हैं। इसके बाद भी किसी न किसी रूप में वीआइपी कल्चर उभरकर सामने आ ही जाता है। रांची में सफाईकर्मियों के कार्य आवंटन को ही देखें। सभी वीआइपी इलाकों में इनकी अतिरिक्त प्रतिनियुक्ति है।

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कुछ वीआइपी के घरों में तो चार-चार सफाई कर्मी लगाए गए हैं, वहीं शहर का औसत भी देख लीजिए। नगर निगम क्षेत्र की दस लाख से अधिक आबादी के लिए 1518 सफाईकर्मी हैं। इस प्रकार लगभग 658 लोगों पर एक सफाईकर्मी शहर में तैनात है। घरों के लिहाज से यह अनुपात 160 घर पर एक सफाईकर्मी का होता है। वहीं कुछ वीआइपी के घरों में तो चार-चार सफाई कर्मी लगाए गए हैं, ऐसा तब है जब वहां सफाई और अन्य कार्यो के लिए सरकारी तौर पर कर्मचारी भी नियुक्त हैं। इस स्थिति पर सवाल इसलिए भी उठता है कि राजधानी में चिकन गुनिया और डेंगू के साथ-साथ विभिन्न मच्छर जनित बीमारियां फैल रही हैं। सफाई नहीं होने के कारण इन पर लगाम लगाना भी मुश्किल हो रहा है।

राजधानी रांची के ¨हदपीढ़ी और आसपास के इलाकों में डेंगू व चिकनगुनिया के फैलने के बाद एक बार फिर सफाई व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं। सवाल उठना लाजिमी भी है। कई इलाकों में बरसात के बावजूद रोज कचरा नहीं उठ रहा है। इसी शहर में मेयर चुनाव के पूर्व कई इलाकों में रोज कचरा उठते भी लोगों ने देखा है। अब कुछ इलाकों में दो दिनों पर सफाईकर्मी और कचरा उठानेवाले पहुंचते हैं। वहीं कुछ इलाकों में इनकी नियुक्ति सुबह से शाम तक होती है।

मंत्रियों में भी होता है भेदभाव

वीआइपी सड़क हरमू बाइपास पर प्रतिदिन 13 सफाई कर्मियों को लगाया जा रहा है। मंत्रियों के आवास पर सफाई कर्मी मुहैया कराने में भी भेदभाव दिखता है। नगर विकास मंत्री के आवास पर दो सफाई कर्मी लगाए गए हैं तो शेष 9 मंत्रियों के लिए महज चार सफाईकर्मी उपलब्ध कराए गए हैं। हाल के दिनों तक सफाई कर्मियों की संख्या 1295 थी और 223 मजदूर बढ़ाने के बाद संख्या 1518 हुई है। निगम प्रशासन ने नाली में स्प्रे के लिए 106 मजदूर अलग से लगाए हैं।

राजधानी को स्वच्छ बनाने में जुटे सफाईकर्मी

रांची में कुल सफाई कर्मी : 1518

वीआइपी इलाकों के लिए प्रतिनियुक्ति

सीबीआइ ऑफिस : 01

मुख्यमंत्री आवास : 04

मुख्यमंत्री सचिवालय : 04

सीपी सिंह के आवास पर : 02

मुख्य सचिव का आवास : 01

हाई कोर्ट : 10

हरमू रोड : 13

मंत्रियों के यहां : 04

एमएलए आवास : 03

राजभवन : 06

शिबू सोरेन के आवास : 04

विधानसभा : 03


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