सफाईकर्मियों का पद-पैसा बढ़ाएंगे, अच्छा खाना खिलाएंगे
रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने झारखंड के विभिन्न शहरी स्थानीय निकायों, अस्पतालों आदि से जुड़े सफाई कर्मियों को कई सौगातें देकर खुश कर दिया है। अब उनकी समस्याएं समाप्त हो जाएंगी।
रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने झारखंड के विभिन्न शहरी स्थानीय निकायों, अस्पतालों आदि से जुड़े सफाईकर्मियों को मुख्यधारा से जोड़े जाने की घोषणा की है। सफाईकर्मियों के लिए सरकार की झोली खोलते हुए उन्होंने मंगलवार को सौगातों की बौछार कर दी। उन्होंने उनका पद और पैसा बढ़ाने के साथ-साथ 10 रुपये में पौष्टिक खाना खिलाने का वादा किया। वे राज्य में पहली बार स्थानीय नेहरू स्टेडियम में आयोजित सफाई मित्र सम्मेलन में सफाईकर्मियों से सीधा संवाद कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार शीघ्र ही पायलट प्रोजेक्ट के तहत रांची, दुमका, धनबाद, बोकारो, जमशेदपुर और पलामू में मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना की शुरूआत करेगी। इसके तहत उन्हें 10 रुपये में उत्तम क्वालिटी का भोजन मुहैया हो सकेगा। आवास योजना, सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रम, स्वास्थ्य बीमा, साइकिल, बच्चों के लिए छात्रवृत्ति जैसी कई योजनाओं से उन्हें जोड़ा जाएगा। कोई भी सफाइकर्मी इन योजनाओं से वंचित न रहे, उनका निबंधन झारखंड निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड में कराया जाएगा। इसके बाद वे 15 तरह की सुविधाओं के हकदार हो जाएंगे।
सीएम ने कहा कि सफाईकर्मी अपनी समस्याएं आसानी से सरकार तक पहुंचा सकें, इसके लिए हर जिला में बोर्ड का कार्यालय होगा। असंगठित मजदूरों के कल्याण कोष में 200 करोड़ रुपये पड़े हैं।
नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि स्वच्छता के मामले में राज्य के शहरों की तस्वीर बदली है। इसके बावजूद कहीं गंदगी दिखती है तो महसूस होता है, मानो सीने में कचरा भर गया हो। उन्होंने कहा कि राजधानी रांची साफ-सुथरी हो, इसके लिए जितने भी मानव संसाधन और सफाई उपकरणों की जरूरत है, सरकार देने को तैयार है। इससे इतर यह स्थिति तब सुधरेगी जब आम और खास सभी मिलकर राज्य को स्वच्छ बनाने का संकल्प लें।
इससे पूर्व सफाईकर्मियों का प्रतिनिधित्व करते हुए मीना खलखो और झिरगा उरांव ने मानदेय बढ़ाने, बोनस, रात्रिकालीन ड्यूटी के समय आने-जाने की सुविधा प्रदान करने, छुट्टी आदि की मांग की। मुख्यमंत्री ने इस बीच साफ-सफाई के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले 10 सफाईकर्मियों को पुरस्कृत किया। रांची की मेयर आशा लकड़ा, डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय, नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव अजय कुमार सिंह, श्रमायुक्त विप्रा भाल, नगर आयुक्त मनोज कुमार आदि ने भी कार्यक्रम में शिरकत की।
-------
इनसेट
रांची को स्वच्छता में टॉप पर लाइए, बोनस पाइए
सीएम ने कहा कि सरकार को राज्य के 92 फीसद असंगठित मजदूरों की चिंता है। केंद्र और झारखंड की सरकार आर्थिक न्याय की हिमायती है। समता, ममता और समरसता की राह पर चलती है। बाहर से आने वाले लोग प्रथम दृष्ट्या राजधानी का मुखौटा देखकर अन्य शहरों की स्थिति का अंदाजा लगाते हैं। उन्होंने सवाल किया कि अगर इंदौर देश का सबसे साफ शहर घोषित हो सकता है तो फिर रांची क्यों नहीं? उन्होंने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 में रांची के साथ-साथ पूरा झारखंड टॉप पर रहे, सफाईकर्मी यह संकल्प लें। इस सर्वेक्षण में बेहतर प्रदर्शन करने वाले तीन शहरों के सफाईकर्मियों को एक माह का बोनस दिया जाएगा। उन्होंने नगर आयुक्त को सुनिश्चित करने को कहा कि अगर कोई भी दुकानदार गंदगी करे तो उनसे जुर्माना वसूला जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि चाक चौबंद सफाई के लिए सरकार नगर आयुक्त से लेकर सुपरवाइजर तक को वाकीटाकी से लैस करेगी। रांची नगर निगम से एक महीने के अंदर इसकी शुरूआत होगी। इसके बाद अन्य शहरों में इसका विस्तार होगा।
----
सफाईकर्मियों के लिए सरकार ने खोली झोली :
- पांच दिनों का कौशल विकास का प्रशिक्षण लेने वाले अकुशल मजदूर बन जाएंगे अर्द्धकुशल। 6612 रुपये की जगह मिलेंगे 7053 रुपये।
- रांची में दो अक्टूबर से शुरू होगा सफाईकर्मियों का प्रशिक्षण। 25 दिनों के प्रशिक्षण के बाद अर्द्धकुशल से कुशल बन जाएंगे मजदूर। पगार बढ़कर हो जाएगा नौ हजार रुपये मासिक।
- अगर वे चाहें तो प्रशिक्षण के बाद बन सकेंगे ड्राइवर, इलेक्ट्रिशियन, प्लंबर। पर्यवेक्षक तक बनने का मिलेगा मौका।
- दुर्घटना में मृत्यु पर चार लाख रुपये की सहायता। सामान्य मृत्यु पर भी एक लाख रुपये।
- पांच लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा योजना। देश में कहीं भी चिह्नित अस्पतालों में करा सकेंगे इलाज।
- न्यूनतम 1000 रुपये की पेंशन, अंतिम संस्कार के लिए 10 हजार, दो बच्चों की शादी के लिए 30-30 हजार रुपये, चिकित्सा सहायता योजना के तहत अस्पताल में रहने पर 40 दिनों का अवकाश।
- प्रथम चरण में रांची के 16 सौ मजदूर कर्मकार बोर्ड से जोड़े जाएंगे। राजधानी के जयपाल सिंह स्टेडियम में स्थित वेंडर जोन में होगा बोर्ड का दफ्तर। मजदूर नेता बिंदेश्वरी संभालेंगे इसकी कमान।
- मेडिकल-इंजीनिय¨रग जैसी तकनीकी शिक्षा ग्रहण करने वाले सफाईकर्मियों के बच्चों को मुख्यमंत्री फेलोशिप योजना के तहत 50 हजार रुपये तक की मिलेगी सहायता।
----