सचिव की दो टूक, खूंटी जलापूर्ति योजना की नहीं बढ़ेगी मियाद Ranchi News
Jharkhand. सरकार सामाजिक प्रभावों का भी मूल्यांकन कराएगी। परियोजना के विलंब होने पर नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव ने नाराजगी जताई।
रांची, राज्य ब्यूरो। विश्व बैंक संपोषित खूंटी जलापूर्ति परियोजना में विलंब होने पर नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव ने नाराजगी जताई है। बुधवार को संबंधित परियोजना की समीक्षा करते हुए ठेकेदार श्रीराम ईपीसी को दो टूक कहा कि वह योजना को निर्धारित समय पर पूरा करे। किसी भी कीमत पर परियोजना की मियाद नहीं बढ़ाई जाएगी। समय पर योजना पूरी नहीं होने पर आर्थिक दंड की चेतावनी भी दी।
उन्होंने इसी कड़ी में परियोजना कि सामाजिक प्रभावों का मूल्यांकन कराने का भी निर्देश दिया। सचिव की नाराजगी पर श्रीराम ईपीसी के प्रतिनिधियों ने आश्वस्त किया कि कंपनी मैनपावर बढ़ाकर समय पर परियोजना पूरी कर लेगी। बताते चलें के खूंटी जलापूर्ति परियोजना के तहत संबंधित क्षेत्र के 8350 घरों को वाटर कनेक्शन दिया जाएगा।
कुल 59.47 करोड़ की इस परियोजना के तहत 126.9 किलोमीटर पाइपलाइन बिछाने के साथ-साथ 43 जलमीनार, एक इंटेक वेल और एक वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जाना है। राज्य शहरी विकास अभिकरण के निदेशक शशि रंजन ने संबंधित कंपनी को सीएसआर (निगमित सामाजिक दायित्व) कार्य पर भी फोकस करने का निर्देश दिया।