CID करेगी सरायकेला-खरसांवा के कुचाई मुठभेड़ की जांच... हजारीबाग और कोडरमा के ये दो मामले भी शामिल
Jharkhand News सरायकेला-खरसांवा के कुचाई में 29 नवंबर 2019 को नक्सलियों से हुई मुठभेड़ की जांच अब सीआइडी करेगी। इसके अलावा हजारीबाग में हिरासत में मौत और कोडरमा के डोमचांच में युवक की हत्या से संबंधित मामला शामिल है।
रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand News: सरायकेला-खरसांवा के कुचाई में 29 नवंबर 2019 को नक्सलियों से मुठभेड़ की जांच अब सीआइडी करेगी। सीआइडी ने जून-2022 में मानवाधिकार से संबंधित तीन कांडों को टेकओवर किया है, जिसकी जांच शुरू कर दी है। इन कांडों में कुचाई मुठभेड़ के अलावा हजारीबाग में हिरासत में मौत और कोडरमा के डोमचांच में युवक की हत्या से संबंधित मामला शामिल है।
मिली जानकारी के अनुसार सरायकेला-खरसांवा जिले के कुचाई थाना क्षेत्र स्थित रायसिंदरी व बानडीह जंगल में 29 नवंबर 2019 को नक्सलियों से पुलिस की मुठभेड़ हो गई। खूंटी जिले की सीमा से सटे इस क्षेत्र में मुठभेड़ के बाद सर्च अभियान में पुलिस को एक शव मिला था। घटनास्थल से विस्फोटक, नक्सली साहित्य व नक्सली वर्दी भी पुलिस ने बरामद किया था। पुलिस ने दावा किया था कि उक्त मुठभेड़ में दो अन्य नक्सली भी जख्मी हुए हैं। इस मामले में आरोपित नक्सलियों के खिलाफ यूएपी एक्ट व 17 सीएल एक्ट में प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
इन कांडों का भी सीआइडी ने शुरू किया अनुसंधान
केस एक: हजारीबाग मुफस्सिल में हिरासत में संदिग्ध ने की थी आत्महत्या
हजारीबाग में कोयला उत्खनन में लगी कंपनियों सहित कई ठेकेदारों से उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ के नाम पर रंगदारी मांगने के आरोप में गत 25 अप्रैल को पुलिस ने बड़कागांव निवासी नंदकिशोर महतो नामक युवक को हिरासत में लिया था। उसी रात हजारीबाग पुलिस की जांच टीम ने नंदकिशोर को सिलवार पुलिस कार्यालय में रखा था, जहां उसने 25 जून की रात फांसी लगा ली थी। घटना के बाद पुलिस ने इस संबंध में मुफस्सिल थाने में 27 अप्रैल को यूडी केस दर्ज किया था। इस मामले में हजारीबाग के एसपी ने एक एएसआइ सहित पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था।
केस दो: कोडरमा के डोमचांच में पुलिस पर है युवक की हत्या का आरोप
कोडरमा के डोमचांच थाना क्षेत्र के अंबादाहा जंगल के पास 13 अप्रैल 2022 को सपही निवासी अर्जुन साव का शव बरामद हुआ था। इस मामले में मृतक के पुत्र वीरेंद्र कुमार साव के आवेदन पर डोमचांच के तत्कालीन थाना प्रभारी शशिकांत कुमार, दारोगा विकास कुमार पासवान, सतीश पांडेय, नवीन होरो व अन्य के विरुद्ध हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गई थी। आरोप था कि आरोपित पुलिस पदाधिकारी-कर्मियों ने ही अर्जुन साव के साथ राड व बंदूक के कुंदा से मारपीट की थी और बीच-बचाव करने पर आम लोगों को भी पीटा था। पुलिस पर आरोप है कि मारपीट कर एक आंख फोड़ दिया और हत्या के बाद शव को जलाने का भी प्रयास किया, ताकि साक्ष्य मिटाया जा सके। कोडरमा के एसपी ने आरोपित पुलिस पदाधिकारी को निलंबित कर दिया था।