रेमडेसिविर की कालाबाजारी: हाई कोर्ट ने एडीजी से पूछा- उन पर किसी प्रकार का दबाव तो नहीं?
Jharkhand News in Hindi दवा की कालाबाजारी मामले में आज झारखंड हाई कोर्ट में सीआइडी के एडीजी हाजिर हुए। कहा कि इस मामले में नाम आने वाले एसपी के बॉडीगार्ड और अन्य का बयान दर्ज किया गया है।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस डाॅ. रवि रंजन व जस्टिस एसएन प्रसाद की अदालत में रेमडेसिविर सहित कोरोना की जरूरी दवाओं की कालाबाजारी मामले में गुरुवार को सुनवाई हुई। इस दौरान अदालत ने सीआइडी एडीजी से कई सवाल पूछे। अदालत ने कहा कि क्या इस मामले की जांच में आप पर किसी प्रकार का कोई दबाव है, क्योंकि अदालत ने बड़े भरोसे और विश्वास से इस मामले की जांच सीआइडी को सौंपी है। उम्मीद है कि सीआइडी इस मामले की जांच बिना किसी दबाव के करेगी।
इस पर सीआइडी के एडीजी अनिल पाल्टा ने अदालत को आश्वस्त किया कि इस मामले की जांच पेशेवर तरीके की जा रही है। बिना किसी दबाव के सीआइडी इस मामले में सारे नेक्सेस और लिंक का पर्दाफाश करेगी। इस मामले की जांच सही दिशा में है और जो भी लोग इस मामले में शामिल होंगे, उन्हें जांच के दायरे में लाते हुए खुलासा किया जाएगा। इसके बाद अदालत ने इस मामले में जांच की प्रगति रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया। मामले में अगली सुनवाई 17 जून को होगी। पिछली सुनवाई के आदेश पर सीआइडी के एडीजी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अदालत में हाजिर हुए थे।
दूसरी सीटी स्कैन मशीन की होगी खरीदारी
सुनवाई के दौरान रिम्स की ओर से बताया गया कि अब रिम्स के लिए दूसरी सीटी स्कैन मशीन की खरीदारी की जाएगी। रिम्स की ओर से कोर्ट को आश्वस्त किया गया कि जल्द ही रिम्स में जरूरी मशीनरी आ जाएगी। इससे पहले रिम्स ने सीटी स्कैन की एक मशीन की खरीदारी की है। इसके जल्द रिम्स में पहुंचने की संभावना है।
कोरोना की तीसरी लहर के लिए तैयार
सुनवाई के दौरान राज्य सरकार की ओर से महाधिवक्ता राजीव रंजन ने अदालत को बताया कि कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए राज्य सरकार की ओर से तैयारी की जा रही है। तीसरी लहर में बच्चों के ज्यादा प्रभावित होने के आशंका देखते हुए शिशु रोग विशेषज्ञों की एक सूची तैयारी की गई है, ताकि उनकी सेवा ली जा सके। इसके अलावा जिलों में होने वाली तैयारियों की निगरानी की जा रही है, ताकि तीसरी लहर में प्रभावितों को बेहतर इलाज प्रदान किया जा सके। अदालत ने राज्य में ऑक्सीमीटर, ऑक्सीजन कंस्ट्रेसर की कीमतों को निर्धारित करने के मामले में केंद्र सरकार से जवाब मांगा है।
सदर अस्पताल में जल्द लगेगा ऑक्सीजन टैंक
झारखंड हाई कोर्ट में सदर अस्पताल के मामले में सुनवाई हुई। इस दौरान सरकार की ओर से बताया गया कि रांची सदर अस्पताल में जल्द ही ऑक्सीजन टैंक लगाया जाएगा। ऑक्सीजन टैंक पुणे से आना है। बनाने वाली कंपनी ने कहा है कि 12 जून को ऑक्सीजन टैंक वहां से रवाना कर दिया जाएगा।