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तुपुदाना के एक स्कूल में पानी को तरस रहे बच्चे

रांची में एक ऐसा स्कूल है जहां पानी के लिए बच्चों को परेशान रहना पड़ता है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 19 Mar 2019 07:19 AM (IST)Updated: Tue, 19 Mar 2019 07:19 AM (IST)
तुपुदाना के एक स्कूल में पानी को तरस रहे बच्चे
तुपुदाना के एक स्कूल में पानी को तरस रहे बच्चे

सचिन कुमार सिंह, राची

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यू तो झारखंड सरकार राज्य में शिक्षा एवं सरकारी स्कूलों की सुविधाओं में सुधार करने के निरंतर दावे करते रहती है, परंतु राजधानी में एक ऐसा भी सरकारी विद्यालय है जहां के बच्चे पानी के लिए तरसते रहते हैं। जरूरत के अनुसार पानी खरीद कर काम चलाते हैं। कई बच्चे तो स्कूल छोड़ चुके हैं। यह हाल है तुपुदाना के देवी मंडप स्थित राजकीयकृत प्राथमिक विद्यालय की। यहां की आबादी तकरीबन 2841 है। इस स्कूल में पिछले तीन सालों से पानी खरीद कर बच्चों को पिलाया जाता है। वही शौच के लिए भी पानी खरीद कर उपलब्ध कराया जाता है। इसके लिए कई बार विद्यालय की प्राचार्या ने वहा के वार्ड पार्षद, खिजरी विधायक एवं प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी राची -2 से निरंतर गुहार लगाई है। लेकिन उसके बावजूद भी आज तक यहा पानी नहीं पहुंच सका है। 20 रुपये प्रति भार के हिसाब से पानी खरीदना पड़ता है : प्राचार्या

स्कूल की प्राचार्या लीलावती बड़ाईक बताती हैं कि करीब 3 सालों से स्कूल के बच्चे पानी के अभाव में रह रहे हैं। 20 रुपये प्रति भार के हिसाब से प्रतिदिन पानी खरीदना पड़ता है। कई बार अधिकारियों से गुहार लगाई, परंतु अभी तक उनकी तरफ से किसी तरह की कोई पहल नहीं हो पाई है। बच्चों की संख्या हो रही है कम

अगर हम विगत 5 सालों की नामाकन तालिका को देखे तो 2014 -15 में स्कूल में कुल विद्यार्थियों की संख्या 73 थी, वही 2015 -16 में 54 फिर 2016 -17 में 51 हो गई, वहीं 2017- 18 में यह संख्या 34 हो गई। वर्तमान में 2018 -19 में यह संख्या 36 है। बाउंड्री नहीं होने से लगता है जुआरियों का अड्डा

विद्यालय के शिक्षक राजेश कुमार नायक की मानें तो पूरे स्कूल में अभी तक बाउंड्री ना हो पाने के कारण स्कूल के समय भी जुआरी जुआ खेलते दिख जाते हैं। इसके कारण बच्चों पर बेहद बुरा प्रभाव पड़ता है। प्राचार्या कार्यालय में चलता है स्कूल का किचन

स्कूल की स्थिति का जायजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इतने वषरें के बाद भी आज तक स्कूल में किचन का अभाव है। प्राचार्य के कार्यालय में ही किचन की व्यवस्था की गई है। उन्हें अपना ऑफिस बरामदे में चलाना पड़ता है।

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यह मामला मेरे संज्ञान में है। परंतु उपयुक्त फंड ना होने के कारण अभी तक यह विचाराधीन है। बीच-बीच में पानी के टैंकर से आपातकालीन सुविधा दी जाती है ।

उर्मिला गाड़ी ,वार्ड पार्षद -53 मेरे संज्ञान में यह मामला अभी-अभी आया है। समय रहते इसपर त्वरित कार्रवाई की जाएगी । सरकार द्वारा सभी सरकारी स्कूलों में हर तरह की सुविधाएं अविलंब उपलब्ध कराई जा रही हैं। यह स्कूल कैसे रह गया इसे देखा जाएगा।

रामकुमार पाहन, विधायक, खिजरी पानी की समस्या वार्ड पार्षद एवं राची नगर निगम के द्वारा दूर किए जाने की प्रावधान है। यह हमारे अधिकार में नहीं आता है। परंतु स्कूल की चारदीवारी और किचन के बारे में अगर लिखित जानकारी मिले तो हम उसे 15 दिनों के भीतर ही त्वरित कार्रवाई कर बनवा देंगे।

अशोक गुप्ता, प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, राची - 2


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