चीन के दौरे से वापस लौटे मुख्यमंत्री रघुवर दास; नए अनुभव और तजुर्बो का खोलेंगे पिटारा
चीन के पांच दिवसीय दौरे से वापस लौटे मुख्यमंत्री रघुवर दास, रांची में हो रहे खाद्य प्रसंस्करण मेले में भाग लेने के लिए चीनी अधिकारियों को न्योता भी दिया।
रांची, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री रघुवर दास चीन के दौरे से वापस लौट आए हैं। शुक्रवार की शाम आठ बजे वे नई दिल्ली पहुंचे। दौरे का अंतिम दिन उन्होंने हांगकांग में बिताया। अपने पांच दिवसीय दौरे के क्रम में मुख्यमंत्री ने चीन में नई तकनीक के जरिए की जा रही खेती और खाद्य प्रसंस्करण इकाईयों का जायजा लिया। उन्होंने चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के वरीय नेताओं से मुलाकात कर द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की।
मुख्यमंत्री ने नवंबर में रांची में हो रहे खाद्य प्रसंस्करण मेले में भाग लेने के लिए चीनी अधिकारियों को न्योता भी दिया। मुख्यमंत्री शनिवार को नई दिल्ली में ही रहेंगे। वे वहां भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में भाग लेंगे। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा, प्रदेश संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह, मंत्री लुइस मरांडी, पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा समेत कई नेता राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में भाग लेने शुक्रवार को नई दिल्ली रवाना हुए। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने चीन यात्रा के दौरान झारखंड को फूड प्रोसेसिंग क्षेत्र का हब बनाने को लेकर अपनी प्रतिबद्धता दोहराई थी।
चीन के झेंगझोऊ सिटी स्थित शेनचुवान कंपनी की फूड प्रोसेसिंग यूनिट के भ्रमण के दौरान उन्होंने कंपनी के कार्यो और कार्यप्रणाली की जानकारी ली। झारखंड से पहुंचे शिष्टमंडल ने कंपनी के चेयरमैन शेन जेमिन के साथ लगभग एक घटे तक विभिन्न इकाइयों की जानकारी प्राप्त की। फूड प्रोसेसिंग, पैकेजिंग और क्वालिटी टेस्टिंग के प्रक्त्रियाओं के बारे में उन्हें समझाया गया। 10 हजार लोगों की इस कंपनी के प्लाट में लगभग 8 हजार कर्मी कार्यरत हैं। इसका टर्न ओवर करीब 10 बिलियन यूआन यानि लगभग 10 हजार करोड़ रुपये है।
ग्लोबल एग्रीकल्चर एंड फूड समिट के लिए आमंत्रित किया यहा सीएम रघुवर दास ने कंपनी के चेयरमैन को झारखंड में सब्जियों के उत्पादन और फूड प्रोसेसिंग की संभावनाओं की जानकारी दी। झारखंड की फूड प्रोसेसिंग नीति तथा उद्योगों के लिए जो सुविधाएं झारखंड सरकार दे रही है उसके बारे में भी बताया। कंपनी के प्रतिनिधियों को झारखंड आने का निमंत्रण दिया गया। मुख्यमंत्री ने 29-30 नवंबर को आयोजित होने वाले ग्लोबल एग्रीकल्चर एंड फूड समिट के लिए उन्हें और उनके डेलीगेट्स को आमंत्रित किया।
इस दौरान आश्वस्त किया गया कि झारखंड में उन्हें व्यापार के अवसर मिलेंगे और स्थानीय कंपनियों के साथ उनकी मीटिंग कराई जाएगी। इससे निवेश के साथ-साथ तकनीक ट्रासफर से लेकर तकनीक सहयोग तक की संभावना बनेगी। कंपनी की ओर से शेन जेमिन ने आश्वस्त किया कि वो भारतीय बाजार का और झारखंड में फूड प्रोसेसिंग की संभावनाओं का अध्ययन करेंगे। शेन जेमिन ने इसके साथ ही कहा कि कंपनी इस पर विचार करेगी कि झारखंड में सब्जियों की प्रोसेसिंग कैसे हो सकती है। इस बैठक के बाद संभावना बनी कि झारखंड में फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री को बढ़ावा मिल सके। इस दौरे में सीएम का जोर रहा है कि बड़ी कंपनियों का झारखंड में निवेश हो सके।