प्यास से बेहाल हिरण की ग्रामीणों ने बचाई जान, जंगल में ले जाकर छोड़ा Chatra News
हिरण को उछलता कूदता देख आवारा कुत्ते उसके पीछे पड़ गए। यह देख ग्रामीणों ने दया दिखाई। सबसे पहले कुत्तों को भगाया गया फिर हिरण को पकड़कर उसे पानी पिलाया गया।
चतरा, जेएनएन। सिमरिया प्रखंड के डाड़ी गांव के ग्रामीणों ने प्यास से बेहाल हिरण की जान बचाई। उसे पानी पिलाया, कोमल पत्ते खिलाए और वन विभाग को सौंप दिया। वन सुरक्षा पदाधिकारी उमेश प्रसाद ने बताया कि हिरण स्वस्थ तंदुरुस्त है उसे चिकित्सीय जांच के उपरांत केंदु जंगल में छोड़ दिया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को प्यास से बेहाल एक हिरण गांव में घुस आया।
हिरण को उछलता कूदता देख आवारा कुत्ते उसके पीछे पड़ गए। यह देख ग्रामीणों ने दया दिखाई। सबसे पहले कुत्तों को भगाया गया फिर हिरण को पकड़कर उसे पानी पिलाया गया। कोमल पत्ते खिलाए गए और वन विभाग को सूचित किया गया। सूचना के बाद वन सुरक्षा पदाधिकारी वन कर्मियों के साथ मौके पर उपस्थित हुए और हिरण को अपने कब्जे में कर लिया।
वन्य प्राणी के प्रति ग्रामीणों के ममत्व की उन्होंने प्रशंसा की तथा आभार जताया। उन्होंने कहा कि गर्मी के कारण वन्य प्राणी कई बार पानी की तलाश में गांव पहुंच जाते हैं। ऐसे में ग्रामीणों को वन्य प्राणियों के प्रति दया भाव दर्शाना चाहिए और उन्हें सुरक्षित वन विभाग को सौंप देना चाहिए अथवा जंगल में छोड़ देना चाहिए।