स्कूली बच्चों के बैंक अकाउंट खुलवाने में फिसड्डी साबित हुआ चतरा, जानिए सभी जिलों की रैंकिंग
Chatra News इसी के परिणामस्वरूप 134790 बच्चे सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से वंचित हैं। इन बच्चों को कल्याण विभाग से छात्रवृति नहीं मिल पा रही है। साथ ही साथ पोशाक एवं मध्याह्न भोजन योजना की प्रतिपूर्ति भत्ता भी डीवीटी के माध्यम से नहीं हो पा रहा है।
चतरा, जागरण संवाददाता। सरकारी स्कूलों के बच्चों के बैंक खाता की उपलब्धता में चतरा जिला फिसड्डी साबित हो रहा है। जिला स्तरीय रैंकिंग में 24वां स्थान है। कल्याण विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार पहली से लेकर आठवीं कक्षा तक 1,37,358 बच्चे नामांकित हैं। जिसमें मात्र 27,697 बच्चे ही कल्याण विभाग में छात्रवृत्ति के लिए इंडाल्मेंट हैं। वैसे कुल नामांकित बच्चों की संख्या 1,79,043 है। जिसमें 44,253 बच्चे का बैंक अकाउंट है। इसमें सामान्य श्रेणी के भी बच्चे शामिल हैं। शेष बच्चों के पास बैंक खाता की अनुपलब्धता है। अर्थात 74 प्रतिशत बच्चों के पास बैंक का खाता नहीं है।
सबसे फिसड्डी रहा चतरा
इसी के परिणामस्वरूप 1,34,790 बच्चे सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से वंचित हैं। इन बच्चों को कल्याण विभाग से छात्रवृति नहीं मिल पा रही है। साथ ही साथ पोशाक एवं मध्याह्न भोजन योजना की प्रतिपूर्ति भत्ता भी डीवीटी के माध्यम से नहीं हो पा रहा है। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव का स्पष्ट निर्देश है कि जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ बच्चों को डीबीटी (डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर) से ही दिया जाए। सचिव के आदेश को देखते हुए उपायुक्त अंजली यादव ने सख्ती बरतते हुए हाल में ही शिक्षा अधिकारियों व बैंककर्मियों की बैठक बुलाई थी। जिसमें उन्होंने इस महीने के 31 तारीख तक पचास प्रतिशत का लक्ष्य पूरा करने का निर्देश दिया है। डीसी के निर्देश पर जिला शिक्षा अधीक्षक ने अभियान को गति देने के लिए छह सदस्यीय टीम का गठन किया है।
क्या है कारण
बैंक के अधिकारी एवं कर्मी बच्चों के खाता खोलने में रूचि नहीं ले रहे हैं। सुदूरवर्ती प्रखंडों में बैंक की शाखाएं भी सीमित है। कुंदा, लावालौंग, गिद्धौर एवं पत्थलगडा में एक-एक शाखा है। बैंकों में पर्याप्त कर्मी भी नहीं है। हालांकि उपायुक्त के आदेश के बाद बैंक अधिकारी इस दिशा में गंभीर हुए हैं। जिले में विभिन्न बैंकों की कुल 54 शाखाएं हैं। आबादी के अनुपात से सौ शाखाएं होनी चाहिए थी।
प्रदेश के जिलों में बच्चों की संख्या व ई-कल्याण में इंडाल्मेंट
जिला नामांकित बच्चे ई-कल्याण
रांची 1,94,934 1,51,517
धनबाद 1,31,446 1,26,510
पलामू 1,18,699 1,18,699
गोड्डा 1,31,876 1,14,446
गढ़वा 1,09,874 96,839
वेस्ट सिंहभूम 2,51,560 98,903
हजारीबाग 1,41,143 87048
ईस्ट सिंहभूम 1,64,000 1,14,243
देवघर 1,03,073
जामताडा 1,24,300 74,360
साहेबगंज 1,96,434 1,16,338
सरायकेला 1,00,643 91,281
गिरिडीह 1,13,859
पाकुड 92,758 82,002
दुमका 1,52,469 91,003
लातेहार 133125 69547
बोकारो 167214 88158
गुमला 106959 80200
कोडरमा 109833 53323
सिमडेगा 63152 50811
रामगढ 55360 47435
लोहरदगा 50503 38015
खूंटी 77290 47598
चतरा 137358 27697
खाता खोलने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। बैंकों के साथ समन्वय स्थापित कर बच्चों का खाता खोला जा रहा है। उम्मीद है कि 31 जनवरी तक 50 प्रतिशत बच्चों का खाता खोल दिया जाएगा।
जितेंद्र कुमार सिन्हा, डीएसई, चतरा।