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रांची में पुलिस‍कर्मियों का कैरेक्‍टर वेरिफिकेशन, ताकि यहां न हो विकास दुबे जैसा प्रकरण

Vikas Dubey News. वेरिफिकेशन रिपोर्ट में पता लगाया जा रहा है कि किन-किन पुलिसकर्मियों की साठ-गांठ अपराधियों से है। पुलिसकर्मियों का आचरण कैसा है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Fri, 10 Jul 2020 11:01 AM (IST)Updated: Fri, 10 Jul 2020 04:55 PM (IST)
रांची में पुलिस‍कर्मियों का कैरेक्‍टर वेरिफिकेशन, ताकि यहां न हो विकास दुबे जैसा प्रकरण
रांची में पुलिस‍कर्मियों का कैरेक्‍टर वेरिफिकेशन, ताकि यहां न हो विकास दुबे जैसा प्रकरण

रांची, जासं। Gangster Vikas Dubey News उत्तर प्रदेश में विकास दुबे प्रकरण सामने आने के बाद पुलिस की छवि ना बिगड़े, इसके लिए रांची पुलिस गंभीर हो गई है। अब रांची के पुलिसकर्मियों का कैरेक्‍टर वेरिफिकेशन शुरू हो गया है। एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने वैसे सभी पुलिसकर्मियों का डाटा बेस तैयार करने का निर्देश दिया है, जो थानों में ट्रैफिक  और अन्य जगहों पर पोस्टेड हैं।

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वेरिफिकेशन रिपोर्ट में पता लगाया जा रहा है कि किन-किन पुलिसकर्मियों की साठ-गांठ अपराधियों से है। पुलिसकर्मियों का आचरण, कौन से पुलिसकर्मी शराब के आदि हैं, इसकी भी पूरी रिपोर्ट तैयारी की जाएगी। थाना प्रभारी स्तर से इससे संबंधित रिपोर्ट मांगी गई है। एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने बताया कि पुलिस की छवि बेहतर हो, इसे लेकर पुलिस मुख्यालय गंभीर है।

थानों में ड्यूटी दे रहे पुलिसकर्मियों के आचरण और व्यवहार आम लोगों के प्रति कैसा हो, इसे लेकर पूर्व में भी दिशा निर्देश जारी हुए हैं। बावजूद कुछ पुलिस कर्मियों की शिकायत मिलती रहती है। इसे देखते हुए ये निर्णय लिया गया है, ताकि स्मार्ट पुलिसिंग का सपना साकार हो सके।

पुलिस की छवि सुधारने के लिए पहल

थानों में पदस्थापित पदाधिकारी का व्यवहार आम लोगों के साथ-साथ अपने कलीग के साथ कैसा है और क्या कभी उसकी संलिप्ता अपराधियों के साथ रही है। क्या वो शराब का सेवन करते हैं। कुछ ऐसे प्वाइंट्स पर जांच किया जा रहा है। नकारात्मक बातें सामने आने पर ऐसे पुलिसकर्मियों को सुधारने का प्रयास किया जाएगा। ताकि पुलिस की छवि बेहतर हो सके। इसके अलावा गंभीर मामले सामने आने पर कार्रवाई की जाएगी। एसएसपी ने बताया कि पिछले दिनों एक एएसआइ शंकर सिंह शराब के नशे में धुत होकर हो हल्ला करता पाया गया था। जांच के बाद उसे निलंबित कर दिया गया।

जमीन कारोबार में पुलिस की रहती है संलिप्तता

जनवरी 2020 में जमीन विवाद में लगातार हो रही हत्या के बाद तत्कालीन डीजीपी कमल नयन चौबे ने खुद संज्ञान लिया था। इसके बाद आला अधिकारियों के साथ बैठक कर जमीन के कारोबार में शामिल पुलिस अधिकारियों की सूची उपलब्ध कराने का निर्देश दिया था, ताकि उन्हें राज्य से बाहर भेजा जाए।

रांची समेत अन्य जिलों में पुलिसकर्मियों के जमीन कारोबार में संरक्षण देने की सूचनाएं पर सितम्बर 2019 में राज्य में जमीन की दलाली में लगे पुलिस अफसरों को तत्कालीन मुख्यमंत्री ने वीआरएस देने के निर्देश दिए थे। इसके अलावा राज्य के सभी जिले में अवैध शराब कारोबार में पुलिस संरक्षण की बात सामने आ चुकी है। शराब कारोबारी नकली शराब कई थाना क्षेत्रों में बेरोकटोक सप्लाई करते हैं। अवैध शराब का कारोबार करने वाले शराब माफिया को स्थानीय थानों का संरक्षण प्राप्त रहता है।


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