हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं को फंसा रही चाईबासा पुलिस, केस वापस नहीं तो होगा आंदोलन, जानें क्या है मामला
Jharkhand News चाईबासा (Chaibasa) में हिंदू जागरण मंच (Hindu Jagran Manch) एवं बजरंग दल (Bajrang Dal) के कार्यकर्ताओं पर पशु तस्करों (Animal Smugglers) द्वारा हमला (Attack) और पुलिस (Police) द्वारा झूठे मुकदमे दर्ज को लेकर रविवार को हिंदू जागरण मंच बाबू लाल मरांडी (Babu Lal Marandi) से मिला।
रांची, जागरण संवाददाता। Jharkhand News : चाईबासा (Chaibasa) के आनंदपुर प्रखंड (Anandpur Block) में हिंदू जागरण मंच (Hindu Jagran Manch) एवं बजरंग दल (Bajrang Dal) के कार्यकर्ताओं पर पशु तस्करों (Animal Smugglers) द्वारा हमला (Attack) और पुलिस (Police) द्वारा झूठे मुकदमे दर्ज करने को लेकर रविवार को हिंदू जागरण मंच के प्रदेश अध्यक्ष ऋषि नाथ शाहदेव के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा विधायक दल (BJP Legislature Party) के नेता बाबू लाल मरांडी (Babu Lal Marandi) से मिला। पूर्व मुख्यमंत्री को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी।
हिंदू जागरण मंच एवं बजरंग दल के कार्यकर्ताओं पर जानलेवा हमला
ऋषिनाथ शाहदेव ने बताया कि पांच दिसंबर को चाईबासा जिला आनंदपुर प्रखंड में पशु तस्करों ने हिंदू जागरण मंच एवं बजरंग दल के कार्यकर्ताओं पर जानलेवा हमला किया। कार्यकर्ताओं के फोन व बाइक की चाबी छीन ली। तस्कर अपहरण कर जान मारने की नीयत से कार्यकर्ताओं को जंगल ले जा रहे थे। आनंदपुर थाना प्रभारी की पहल पर पशु तस्करों ने अपहृत सभी छह कार्यकर्ताओं को छोड़ा।
केस वापस नहीं हुआ तो, हिंदूवादी संगठन पूरे झारखंड में करेगा आंदोलन
कार्यकर्ताओं की शिकायत पर पूर्व मुख्यमंत्री ने चाईबासा एसपी से फोन पर बातचीत कर पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करने और कार्यकर्ताओं के खिलाफ दर्ज झूठे केस वापस लेने को कहा। इधर, ऋषि नाथ शाहदेव ने कहा कि अगर केस वापस नहीं हुआ तो हिंदूवादी संगठन पूरे झारखंड में आंदोलन करेगा।
पशु तस्कर के प्रभाव में 18 कार्यकर्ताओं के खिलाफ दर्ज हुए झूठे केस
ऋषि नाथ शाहदेव ने बताया कि अपहरण करने वालों पर कार्रवाई करने के बदले पुलिस ने अपहृतों के खिलाफ ही मारपीट का मुकदमा दर्ज कर लिया। घटना के दूसरे दिन पशु तस्कर नसरुद्दीन मियां द्वारा ङ्क्षहदू जागरण मंच और बजरंग दल के 18 कार्यकर्ताओं के विरुद्ध झूठा काउंटर केस किया गया। मामला चाईबासा कोर्ट तक चला गया। इस झूठे केस में कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी की नौबत आ गई है।