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झारखंड में IPS की किल्लत होगी दूर, केंद्र करेगी आइपीएस संवर्ग बल की समीक्षा

Jharkhand. राज्य सरकार के गृह विभाग ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को अवगत कराने के लिए पुलिस मुख्यालय से आइपीएस संवर्ग से संबंधित वर्तमान स्थिति स्वीकृत बल आदि का ब्योरा मांगा है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Mon, 02 Sep 2019 08:29 PM (IST)Updated: Tue, 03 Sep 2019 09:50 AM (IST)
झारखंड में IPS की किल्लत होगी दूर, केंद्र करेगी आइपीएस संवर्ग बल की समीक्षा
झारखंड में IPS की किल्लत होगी दूर, केंद्र करेगी आइपीएस संवर्ग बल की समीक्षा

रांची, राज्य ब्यूरो। राज्य में आइपीएस अफसरों की भारी कमी है। इसे देखते हुए राज्य सरकार केंद्र से कई बार आग्रह कर चुकी है। राज्य में जहां आइपीएस (भारतीय पुलिस सेवा) अधिकारियों के लिए स्वीकृत पद 149 है, उनके स्थान पर महज 100 अधिकारी ही यहां सेवा दे रहे हैं। ऐसी स्थिति में अफसरों की भारी किल्लत को देखते हुए केंद्र ने झारखंड के आइपीएस संवर्ग बल की समीक्षा करने का निर्णय लिया है।

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राज्य में कितने आइपीएस अधिकारियों की जरूरत है, आइपीएस संवर्ग के लिए स्वीकृत बल कितना है और कितना बल होना चाहिए, इसपर केंद्रीय गृह मंत्रालय समीक्षा करेगा। केंद्र की चिट्ठी का हवाला देते हुए राज्य सरकार के गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने पुलिस मुख्यालय को पत्र लिखा है। गृह विभाग ने पुलिस मुख्यालय से आइपीएस संवर्ग से संबंधित वर्तमान स्थिति, स्वीकृत बल, रिक्तियां व जरूरतों पर पूरा ब्योरा मांगा है, ताकि उससे गृह मंत्रालय को अवगत करवाया जा सके।

राज्य में स्वीकृत 149 की जगह हैं 119 आइपीएस, 13 हैं राज्य से बाहर

झारखंड कैडर में आइपीएस का कुल स्वीकृत पद 149 है। वर्तमान में झारखंड में नए-पुराने व आवंटित आइपीएस अधिकारियों को लेकर कुल 119 आइपीएस अधिकारी हैं। इनमें 13 अधिकारी वर्तमान में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। छह ऐसे अधिकारी हैं, जिनका चयन हाल-फिलहाल में हुआ है और वे हैदराबाद स्थित राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में प्रशिक्षण ले रहे हैं। यानी, राज्य में वर्तमान में 100 आइपीएस अधिकारियों से विधि-व्यवस्था काम चल रहा है।

कई जगह डीआइजी नहीं, अतिरिक्त प्रभार से चल रहा काम

कई यूनिट में डीआइजी नहीं हैं। जैसे सीआइडी व जैप में डीआइजी नहीं हैं। होमगार्ड के डीआइजी देवेंद्र ठाकुर के पास ही सीआइडी के डीआइजी का भी प्रभार है। इसी तरह सीआइडी के आइजी अरुण कुमार सिंह के पास प्रोविजन के आइजी का भी प्रभार है। एसटीएफ के डीआइजी साकेत कुमार सिंह के पास एसआइबी के डीआइजी का अतिरिक्त प्रभार है।

जनवरी 2019 से जनवरी 2020 तक सेवानिवृत्त होने वाले आइपीएस

बीबी प्रधान (अप्रैल में सेवानिवृत्त), डीके पांडेय (मई में सेवानिवृत्त), शंभू ठाकुर (31 जुलाई को सेवानिवृत्त), चंद्रशेखर प्रसाद (अक्टूबर), मनोज कुमार सिंह (नवंबर), रंजीत कुमार प्रसाद (दिसंबर), रेजी डुंगडुंग (दिसंबर), अरुण कुमार सिंह (जनवरी-20), मदन मोहन लाल (जनवरी-20)।

जो केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं

वीएच राव देशमुख, एसएन प्रधान, अजय भटनागर, एमएस भाटिया, आशीष बत्रा, संजय आनंद लाटकर, बलजीत सिंह, संपत मीणा, मनोज कौशिक, अभिषेक, अनूप टी. मैथ्यू, राकेश बंसल व जया राय।

नव पदस्थापित, जो हैदराबाद में ले रहे हैं प्रशिक्षण

निधि बंसल, हरिश बीन जमान, के. विजयशंकर, मुकेश कुमार लुनायत, हरविंदर सिंह व मनोज स्वर्गेरी।


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