नक्सल प्रभावित जिलो के लिए केद्र से मिलेगे 4.48 अरब रुपये
रांची : केद्र ने पूरे देश मे ऐसे 35 जिलो को चिह्नित किया है जो नक्सल प्रभावित है। इनमे स
रांची : केद्र ने पूरे देश मे ऐसे 35 जिलो को चिह्नित किया है जो नक्सल प्रभावित है। इनमे से झारखंड के 35 जिले है। प्रत्येक जिले मे विकास के लिए केद्र सरकार 28-28 करोड़ रुपये देगी। यानी झारखंड को केद्र से इस मद मे चार अरब 48 करोड़ रुपये मिलेगे। आइजी ऑपरेशन सह पुलिस प्रवक्ता आशीष बत्रा ने पुलिस मुख्यालय मे गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन मे यह जानकारी दी।
आइजी बत्रा ने बताया कि नक्सलियो के विरुद्ध झारखंड पुलिस को लगातार सफलताएं मिल रही है। इसमे झारखंड पुलिस को केद्रीय अर्द्धसैनिक बल का भरपूर सहयोग मिल रहा है। इसका लाभ भी मिल रहा है। माओवादी व अन्य स्पि्लंटर ग्रुप्स समाप्त होने के कगार पर है। वर्ष 2017 मे राज्य मे पुलिस के दबाव व आत्मसमर्पण नीति के कारण दर्जनो शीर्ष नक्सलियो सहित कुल 47 नक्सलियो ने आत्मसमर्पण किया। इस तरह झारखंड मे आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियो की संख्या 168 पहुंच चुकी है। गत वर्ष 2017 मे 12 नक्सली पुलिस मुठभेड़ में मारे जा चुके है। दो स्पेशल एरिया कमेटी (सैक सदस्य) व 55 शीर्ष उग्रवादी सहित 608 नक्सली गिरफ्तार किए जा चुके है। नक्सलियो के पास से डेढ़ करोड़ नकदी सहित पुलिस से लूटे गए 37 हथियारो की बरामदगी हुई है। जनता से लूटे गए 10 हथियार सहित सैकड़ो हथियार बरामद किए गए है। इनमे गत वर्ष सैक सदस्य एक करोड़ के इनामी संदीप उर्फ मोतीलाल सोरेन की गिरफ्तारी के कारण माओवादियो के प्रभाव मे कमी आई है।
आइजी आशीष बत्रा ने बताया कि बूढ़ा पहाड़ पर अभियान जारी है। बिहार सीमा पर समस्या है, जिसे दूर करने की कोशिश जारी है। उग्रवादी संगठन के नाम पर लोकल ग्रुप पर्चा छोड़कर वसूली कर रहे है। नक्सल प्रभावित क्षेत्रो मे विकास का कार्य जारी है। पुल-पुलिया सड़क निर्माण जारी है। बार्डर एक्शन प्लान के तहत सरकार चिह्नित क्षेत्रो के विकास मे जुटी हुई है। वर्ष 2017 मे 15 नक्सलियो की 12 करोड़ रुपये की संपलिा जब्त की गई है। नक्सलियो की संपलिा जब्ती जारी है।
झारखंड मे दशको से पत्थलगड़ी जारी है, ग्रामीणो को गलत तरीके से फांसा जा रहा है। इसपर पुलिस की नजर है। नक्सल घटनाएं भी कम हुई है। वर्ष 2016 मे जहां 119 नक्सली घटनाएं हुई थी, वही 2017 मे 97 घटनाएं हुई है। इसी तरह गत वर्ष पीएलएफआइ के 200 से ज्यादा सदस्य पकड़े जा चुके है। पीएलएफआइ के वर्चस्व मे भी कमी आई है। वर्ष 2016 मे जहां पीएलएफआइ के हाथो 60 घटनाएं हुई थी, वही वर्ष 2017 मे 37 घटनाओ को अंजाम दिया।
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इन 16 जिलो को मिलेगा पैसा :
चतरा, पलामू, गिरिडीह, लातेहार, गढ़वा, लोहरदगा, गुमला, खूंटी, सिमडेगा, प. सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां, बोकारो, पूर्वी सिंहभूम, दुमका, गोड्डा, पाकुड़।
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