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प्रोविडेंट फंड घोटाले में प्रवर्तन अधिकारी के आवास समेत पांच ठिकानों पर CBI का छापा Ranchi News

पीएफ घोटाले में आरोप है कि ईपीएफओ के क्षेत्रीय कार्यालय रांची के 11 अधिकारियों/ कर्मचारियों ने गलत तरीके से प्रोविडेंट फंड व पेंशन का सेटलमेंट किया।

By Alok ShahiEdited By: Published: Wed, 10 Jul 2019 07:28 AM (IST)Updated: Wed, 10 Jul 2019 07:28 AM (IST)
प्रोविडेंट फंड घोटाले में प्रवर्तन अधिकारी के आवास समेत पांच ठिकानों पर CBI का छापा Ranchi News
प्रोविडेंट फंड घोटाले में प्रवर्तन अधिकारी के आवास समेत पांच ठिकानों पर CBI का छापा Ranchi News

रांची/जमशेदपुर, राज्य ब्यूरो। इंप्लोइज प्रोविडेंट फंड आर्गेनाइजेशन (ईपीएफओ) के रांची स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में घोटाले के मामले में सीबीआइ की रांची स्थित भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने सोमवार को प्राथमिकी दर्ज की है। इसके दूसरे ही दिन सीबीआइ की पांच अलग-अलग टीमों ने मंगलवार की सुबह से ही सभी आरोपितों के रांची, साहिबगंज व जमशेदपुर स्थित पांच ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। सीबीआइ को कई महत्वपूर्ण दस्तावेज हाथ लगे हैं, जिसकी जांच चल रही है।

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घोटाले के एक आरोपित अभिमन्यु कुमार जमशेदपुर पीएफ कार्यालय में प्रवर्तन अधिकारी हैं। सीबीआइ की  टीम ने सुबह अभिमन्यु के डिमना रोड के राजीव पथ स्थित शिवजी कांप्लेक्स में फस्र्ट फ्लोर के ए-106 नंबर फ्लैट में छापामारी की। टीम ने अभिमन्यु से करीब ढाई घंटे तक पूछताछ की। कई दस्तावेज भी जब्त किए। इसके बाद सीबीआइ की टीम साकची स्थित पीएफ कार्यालय गई और वहां भी कई दस्तावेज लिए।

  • डिमना रोड के राजीव पथ स्थित शिवाजी सिंह कांप्लेक्स में ढ़ाई घंटे तक रही सीबीआइ की टीम
  • झारखंड के पांच ठिकानों पर एक साथ हुई सीबीआइ की छापामारी
  • सीबीआइ की रांची स्थित एसीबी में तीन नामजद व अन्य अज्ञात के विरुद्ध दर्ज हुई प्राथमिकी
  • अभिमन्यु कुमार, विजय लकड़ा, व जेके राय पर हुई है नामजद प्राथमिकी

सीबीआइ ने पीएफ घोटाले की प्राथमिकी सेंट्रल ईपीएफओ नई दिल्ली के आइएएस अधिकारी सुनील बथवाल के आवेदन पर दर्ज की है। बथवाल ने आरोप लगाया था कि ईपीएफओ के क्षेत्रीय कार्यालय रांची के 11 अधिकारियों/ कर्मचारियों ने गलत तरीके से प्रोविडेंट फंड व पेंशन का सेटलमेंट किया। यह सेटलमेंट मेसर्स रिलायंस फायर ब्रिक्स एंड पोटरी लिमिटेड से बाहर हो चुके 88 सदस्यों से संबंधित था।

जब इस शिकायत का सीबीआइ ने सत्यापन किया तो 11 आरोपितों में प्रथम दृष्ट्या तीन आरोपितों को निजी स्वार्थ के लिए ऐसा करने का दोषी पाया गया। आरोपितों में ईपीएफओ रांची के तत्कालीन सीनियर समाज सुरक्षा सहायक विजय लकड़ा, तत्कालीन सेक्शन सुपरवाइजर जेके राय व तत्कालीन सहायक लेखा अधिकारी अभिमन्यु कुमार शामिल हैं। इनलोगों ने वित्तीय वर्ष 2009-2013 के बीच यह अनियमितता की। इस मामले में तीनों नामजद आरोपित व अन्य अज्ञात के विरुद्ध सीबीआइ की रांची स्थित भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने प्राथमिकी दर्ज की है। इस मामले की जांच सीबीआइ के इंस्पेक्टर सुधीर कुमार कर रहे हैं।

जिनके विरुद्ध दर्ज हुई प्राथमिकी

 -अभिमन्यु कुमार : तत्कालीन सहायक लेखा अधिकारी, ईपीएफओ रांची। वर्तमान में जमशेदपुर में पदस्थापित। ए-106, शिवाजी सिंह कांप्लेक्स, राजीव पथ, डिमना रोड, मानगो, जमशेदपुर।

- विजय लकड़ा : तत्कालीन सीनियर समाज सुरक्षा सहायक, ईपीएफओ रांची। वर्तमान में साहिबगंज में पदस्थापित। एदलहातू भिठा रोड रांची निवासी। इसके अलावा साहिबगंज के सकरोगढ़ में मंदिर चौक के समीप संतोष यादव के मकान में।

 - जेके राय : तत्कालीन सेक्शन सुपरवाइजर, ईपीएफओ रांची। ये सेवानिवृत्त हैं। वसुंधरा अपार्टमेंट के पीछे, पूरण विहार, अरगोड़ा, रांची।

- अन्य अज्ञात लोक सेवक व अन्य लोग।

झारखंड में यहां हुई छापेमारी

- अभिमन्यु कुमार के जमशेदपुर स्थित आवास तथा जमशेदपुर के आम बगान साकची में ईपीएफओ स्थित कार्यालय

- आरोपित विजय लकड़ा के रांची के एदलहातू व साहिबगंज स्थित आवास तथा साहिबगंज के ईपीएफओ स्थित कार्यालय में।

- जेके राय के रांची के अरगोड़ा स्थित आवास।


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