इंटरनेट पर डाला बच्चों का अश्लील वीडियो... दुराचारी रेल ड्राइवर को उठा ले गई सीबीआइ
Jharkhand News सीबीआइ की नई दिल्ली स्थित स्पेशल क्राइम सेल के इंस्पेक्टर संदीप गौतम ने बाल यौन शोषण से संबंधित फोटो वीडियो व अन्य सामग्री इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित करने के मामले में रेल ड्राइवर अजित कुमार को गिरफ्तार किया है।
रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand News सीबीआइ की नई दिल्ली स्थित स्पेशल क्राइम सेल के इंस्पेक्टर संदीप गौतम ने बाल यौन शोषण से संबंधित फोटो, वीडियो व अन्य सामग्री इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित करने के मामले में गत 24 मई को राउरकेला में सहायक लोको पायलट के पद पर कार्यरत अजित कुमार को गिरफ्तार किया है। पूरा मामला जनवरी 2015 से फरवरी 2016 के बीच का है, जिसकी प्रारंभिक जांच के बाद इसी वर्ष 29 अप्रैल 2022 को सीबीआइ की नई दिल्ली स्थित स्पेशल क्राइम सेल में प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
यह प्राथमिकी सीबीआइ के उसी सेल के इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार त्रिपाठी की शिकायत पर दर्ज की गई थी, जिन्होंने प्रारंभिक जांच में इस पूरे प्रकरण में नियमित प्राथमिकी दर्ज करने लायक मामला पाया था। उनकी शिकायत पर उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के जवाहर नगर नारायणी निवासी रामभवन तथा बिहार के पटना जिले के फतुहा स्थित राजपुरा फतवा निवासी अजित कुमार को नामजद आरोपित बनाया गया था।
सीबीआइ को मिली थी जांच की जिम्मेदारी
सीबीआइ की नई दिल्ली स्थित स्पेशल सेल को बाल यौन शोषण से संबंधित सामग्री प्रसारित करने के मामले में जांच की जिम्मेदारी मिली थी। इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार त्रिपाठी ने प्रारंभिक जांच में पाया कि कथित रामभवन नामक व्यक्ति ने जिस ई-मेल आइडी का प्रयोग किया था और फोटो-वीडियो का आदान-प्रदान किया था, उसका आइपी एड्रेस निकाला गया। इसके माध्यम से मोबाइल नंबर भी मिला, जिसकी जांच की गई तो राउरकेला का सहायक लोको पायलट अजित कुमार ही उस ई-मेल व मोबाइल नंबर का असली मालिक निकला। इसके बाद इस पूरे प्रकरण में सीबीआइ ने इंफार्मेशन टेक्नोलोजी एक्ट में नियमित केस दर्ज किया और आरोपित अजित कुमार को गिरफ्तार किया।
लोको पायलट की लालू प्रसाद से जुड़े मामले में गिरफ्तारी की थी चर्चा
24 मई को जब लोको पायलट अजित कुमार की गिरफ्तारी हुई तो यह चर्चा तेज रही कि उसकी गिरफ्तारी पिछले कुछ दिनों से चल रहे बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी व बेटियों तथा अन्य से संबंधित रेलवे में नौकरी के नाम पर गड़बड़ियों के मामले में चल रही कार्रवाई के तहत हुई है। हालांकि, जब इसकी छानबीन की गई तो पता चला कि पूरा मामला बाल यौन शोषण से संबंधित सामग्री प्रसारित करने से संबंधित है।