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झारखंड में कोरोना प्रतिबंध से 30 प्रतिशत प्रभावित हुआ व्यापार, बाजार में कम हुए ग्राहक

कोरोना संक्रमण के मामले राजधानी में लगातार बढ़ रहे हैं। शनिवार को रांची में 904कोरोना संक्रमित मिले थे। राज्य सरकार के द्वारा इनके रोकधाम के लिए विभिन्न प्रकार के प्रतिबंध लगाए गए हैं। इनका असर अब बाजार की सेहत पर दिखने लगा है।

By Vikram GiriEdited By: Published: Sun, 11 Apr 2021 01:00 PM (IST)Updated: Sun, 11 Apr 2021 01:00 PM (IST)
झारखंड में कोरोना प्रतिबंध से 30 प्रतिशत प्रभावित हुआ व्यापार, बाजार में कम हुए ग्राहक
झारखंड में कोरोना प्रतिबंध से 30 प्रतिशत प्रभावित हुआ व्यापार। जागरण। प्रतीकात्मक तस्वीर।

रांची, जासं । कोरोना संक्रमण के मामले राजधानी में लगातार बढ़ रहे हैं। शनिवार को रांची में 904कोरोना संक्रमित मिले थे। राज्य सरकार के द्वारा इनके रोकधाम के लिए विभिन्न प्रकार के प्रतिबंध लगाए गए हैं। इनका असर अब बाजार की सेहत पर दिखने लगा है। व्यापारी बता रहे हैं कि कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार और प्रतिबंध से लगभग 30 प्रतिशत बाजार प्रभावित हुआ है। इसके साथ ही बाजार में ग्राहकों की संख्या में भी भारी कमी आयी है।

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थोक बाजार में 15-20 प्रतिशत की कमी

झारखंड थोक वस्त्र विक्रेता संघ के अध्यक्ष प्रकाश अरोड़ा ने बताया कि संक्रमण के बढ़ते मामलों ने ग्राहकों के मन में डर पैदा कर दिया है। दूसरी तरफ राज्य सरकार के द्वारा लगाए गए रात्रि प्रतिबंध के कारण भी रिटेल बाजार में लगभग 30 प्रतिशत की कमी आयी है। वहीं रात्रि प्रतिबंध की वजह से एक राज्य से दूसरे राज्य जाने वाले माल की ढुलाइ पर भी असर पड़ा है। इससे थोक बाजार में 15-20 प्रतिशत की कमी देखने को मिली है।

एफएमसीजी गुड और कोमोडिटी बाजार पर भी गहरा रहा असर

झारखंड कंज्यूमर प्रोडक्ट डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन(जेएसपीडीए) के अध्यक्ष संजय अखौरी बताते हैं कि एफएमसीजी गुड के बाजार पर कोरोना संक्रमण के बढ़ते ग्राफ का असर तेजी से पड़ रहा है। लाकडाउन न होते हुए भी व्यापार उसी तरफ बढ़ रहा है। ग्राहक अगर बाजार में कम होंगे तो माल की सप्लाई करके भी क्या फायदा। उपर से आनलाइन कंपनियों के द्वारा दी जा रही बेलगाम छूट छोटे व्यापारियों की कमर पर लात है। सरकार को इस तरफ भी ध्यान देने की जरूरत है। वहीं रात्रि प्रतिबंध से सप्लाई चेन प्रभावित हुआ है। दिन में बड़ी गाड़ियों से सप्लाई नहीं हो सकता। रात में आठ बजे दुकान बंद। ऐसे में डिस्ट्रीब्यूटर के सामने सप्लाई की बड़ी समस्या है।

छोटे होटल और रेस्टोरेंट चालकों से ज्यादा नुकसान

शहर में बड़ी संख्या में ऐसे छोटे होटल और रेस्टोरेंट चल रहे हैं जो पैंकिंग करके खाना नहीं दे सकते। या ठेले पर दुकान लगाते हैं। ऐसे छोटे होटल संचालकों का नाइट कर्फ्यू में सबसे ज्यादा नुकसान हो रहा है। वहीं बड़े रेस्टोरेंट में भी लोगों का फूटफाल 60प्रतिशत तक कम हुआ है। वेंडर मार्केट के पास विरास्वामी रेस्टोरेंट चालक प्रणय मोदी बताते हैं कि संक्रमण के डर से ग्राहक दिन में भी नहीं निकल रहे हैं। 80 प्रतिशत खाना जोमैटो या स्विगी के माध्यम से स्पलाई जा रहा है। संक्रमण और रात्रि प्रतिबंध से होटल उद्योग सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है।


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