काली पूजा पंडाल में बौद्ध संस्कृति का होगा दर्शन
लोअर चुटिया के नव जागृति संघ काली पूजा समिति द्वारा आयोजित पूजा पंडाल में बौद्ध संस्कृति की झलक मिलेगी।
जागरण संवाददाता, रांची : लोअर चुटिया के नव जागृति संघ काली पूजा समिति द्वारा आयोजित पूजा पंडाल में श्रद्धालुओं को बौद्ध संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी। पंडाल बौद्ध मंदिर के प्रारूप पर बनाया जा रहा है। इसमें भूटान बौद्ध मंदिर, गया बौद्ध मंदिर सहित दुनियाभर के तमाम बौद्ध मंदिरों को एक स्थान पर समेटा गया है। पंडाल के ऊपर ध्यान मुद्रा में भगवान बुद्ध की 18 फीट की प्रतिमा श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र होगी। साथ ही, परिसर में ही बोधि वृक्ष की प्रतिकृति भी लगायी जाएगी। पंडाल के बाहरी भाग में भगवान बुद्ध के अलावा तिब्बतियन देवी-देवताओं की आकृति उकेरी जाएगी। बौद्ध संस्कृति के अनुरूप ही पंडाल की बाहरी व भीतरी साज-सज्जा की जाएगी। दूर से देखने पर पंडाल किसी बुद्ध मंदिर की भांति लगेगा। वहीं, माता की प्रतिमा भी थीम आधारित ही होगी। मां तारा एवं दक्षिणेश्वरी काली की कथा के अनुरूप ही मां काली की प्रतिमा बनायी जा रही है। प्रतिमा की थीम आनंद चौधरी द्वारा तैयार किया गया है। समिति के अध्यक्ष कौशल चौधरी ने बताया कि पूजा का कुल बजट करीब 12 लाख रुपये रखा गया है। बड़ा हिस्सा पंडाल व डेकोरेशन पर खर्च होगा।
पूजा 27 अक्टूबर दिवाली के दिन आरंभ होगा। रात ग्यारह बजे के बाद वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मां काली का आह्वान किया जाएगा। 31 अक्टूबर को भव्य महाआरती होगी जिसमें करीब पांच सौ महिलाएं शामिल होंगी। प्रतिमा का विसर्जन एक नवंबर को होगा। इस दौरान प्रतिदिन श्रद्धालुओं के बीच भोग प्रसाद का वितरण होगा।
पंडाल को अंतिम रूप देने में जुटे कारीगर, मोहल्लेवासी दे रहे सहयोग
पूजा की अंतिम चरण में है। कारीगर पंडाल व प्रतिमा को अंतिम रूप देने में जुटा है। इसमें मोहल्लेवासी भी बढ़चढ़ कर सहयोग कर रहे हैं। मुख्य रूप से आयोजन समिति के अध्यक्ष कौशल चौधरी, संरक्षक चंद्रिका लाल महतो, अनिल गोपी, जयदीप राम आदि प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं।