झारखंड विधानसभा में नमाज कक्ष का विरोध, भाजपा ने किया प्रदर्शन; सरकार को चेताया
BJP Protest News Jharkhand Hindi News भाजपा ने कहा है कि नमाज कमरे का फैसला वापस नहीं लिया तो आंदोलन तेज होगा। सोमवार को भी विधानसभा में यह मुद्दा उठेगा। पार्टी ने इसे तुष्टिकरण की राजनीति बताया है।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड विधानसभा भवन में नमाज कक्ष आवंटित किए जाने का तीव्र विरोध हो रहा है। रविवार को भाजपा इसके खिलाफ सड़कों पर उतरी। राज्य के सभी जिलों में पार्टी कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष का पुतला फूंका। सोमवार को भाजपा विधायक विधानसभा के भीतर इस मसले को उठाएंगे, तो पार्टी कार्यकर्ता सभी जिलों में धरना व प्रदर्शन करेंगे। विरोध प्रदर्शन आगे भी चलता रहेगा। रविवार को प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने गोड्डा में व रघुवर दास ने जमशेदपुर में सरकार को घेरा और आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी।
रघुवर दास ने कहा कि झारखंड में हेमंत सरकार विधानसभा को भी धर्म का अड्डा बना रही है। कोई भी सरकार पंथ निरपेक्ष होने का शपथ लेती है, लेकिन इस सरकार ने सांप्रदायिक निर्णय लेकर लोकतंत्र को कलंकित कर दिया है। राजधानी रांची में हरमू चौक पर रांची महानगर अध्यक्ष केके गुप्ता के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने विधानसभा अध्यक्ष और मुख्यमंत्री का पुतला फूंका।
महामंत्री आदित्य साहू ने कहा कि राज्य सरकार लगातार बहुसंख्यक समाज पर हमला बोल रही है और वोट बैंक की राजनीति में मर्यादा भुलाकर तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है। सरकार इस फैसले को यथाशीघ्र वापस ले अन्यथा जनता सड़कों पर उतरने के लिए विवश होगी। झारखंड संभवत: देश का इकलौता राज्य है, जहां की विधानसभा में नमाज के लिए विधिवत कमरा आवंटित किया गया है।
नमाज के लिए खोला दरवाजा, मंदिर का पट है बंद : दीपक प्रकाश
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य सरकार ने साजिश के तहत एक तरफ मंदिर में पूजा पर रोक लगा रखी है और दूसरी ओर एक विशेष समुदाय को खुश करने के लिए विधानसभा भवन में नमाज पढ़ने के लिए कक्ष आवंटित कर तुष्टिकरण की राजनीति को आगे बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि पार्टी तुष्टिकरण की राजनीति के खिलाफ आंदोलन को और भी तेज करेगी। सभी जिला मुख्यालयों में धरना प्रदर्शन, विधानसभा का घेराव करेगी। उन्होंने कहा कि विधानसभा लोकतंत्र का मंदिर है, जिसे सरकार ने तुष्टिकरण की राजनीति कर अपमानित किया है।