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भाजपा ने सोरेन परिवार को घेरा, मुख्य सचिव से शिकायत- सैकड़ों एकड़ जमीन कब्जे की कराएं जांच Ranchi News

प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि सैकड़ों आदिवासी भूखंड राज्य के विभिन्न जिलों में खरीदे गए। सोरेन परिवार द्वारा 35 डीड के जरिए संपूर्ण राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में भूमि खरीदी गई हैै।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Sun, 20 Oct 2019 08:29 AM (IST)Updated: Sun, 20 Oct 2019 02:03 PM (IST)
भाजपा ने सोरेन परिवार को घेरा, मुख्य सचिव से शिकायत- सैकड़ों एकड़ जमीन कब्जे की कराएं जांच Ranchi News
भाजपा ने सोरेन परिवार को घेरा, मुख्य सचिव से शिकायत- सैकड़ों एकड़ जमीन कब्जे की कराएं जांच Ranchi News

रांची, राज्य ब्यूरो। भारतीय जनता पार्टी ने सोरेन परिवार पर सैकड़ों एकड़ जमीन अवैध कब्जे में रखने का आरोप लगाते हुए मुख्य सचिव डॉ. डीके तिवारी से कार्रवाई की मांग की है। मुख्य सचिव से मिलकर ऐसे भूखंडों की सूची भी सौंपी गई और आग्रह किया गया कि संबंधित उपायुक्तों को कार्रवाई करने के लिए निर्देश दें। आरोप लगाया कि सोरेन परिवार ने अलग-अलग भूखंडों का हस्तांतरण अपने नाम कराने के लिए अपने आवासीय पते में भी छेड़छाड़ की और अलग-अलग जिलों में आवास होने का दावा किया। 

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भाजपा नेताओं ने मुख्य सचिव डॉ. डीके तिवारी से मंत्रालय में मिलकर कहा कि शिबू सोरेन और हेमंत सोरेन द्वारा गलत तरीके से छोटानागपुर काश्तकारी अधिनियम की धारा 46 का उल्लंघन करते हुए डीड के जरिए सैकड़ों एकड़ भूमि का गैर वाजिब हस्तांतरण कराया है। उन्होंने मुख्य सचिव को इसकी जांच कराए जाने से संबंधित आवेदन भी सौंपा। प्रतिनिधिमंडल में सांसद समीर उरांव, विधायक रामकुमार पाहन, दीपक प्रकाश, प्रदीप वर्मा व अन्य शामिल थे।

सीएनटी एक्ट का उल्लंघन कर गरीब आदिवासियों की हड़पी है जमीन

प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य सचिव से इस मामले में जांच का अनुरोध किया है। प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि शिबू सोरेन व हेमंत सोरेन द्वारा गलत तरीके से जमीन ली गई, जबकि छोटानागपुर काश्तकारी अधिनियम की धारा 46 कहती है कि एक आदिवासी संबंधित उपायुक्त की अनुमति से दूसरे आदिवासी की भूमि का क्रय कर सकता है बशर्ते कि वह विक्रेता के थाना क्षेत्र का निवासी हो। शिबू सोरेन और हेमंत सोरेन ने ऐसा नहीं किया।

33 डीड के जरिए सैकड़ों एकड़ भूमि खरीदी

प्रतिनिधिमंडल ने अपने आवेदन में लिखा है कि शिबू सोरेन, हेमंत सोरेन, कल्पना मुर्मू, सीता मुर्मू, बसंत सोरेन एवं स्वर्गीय दुर्गा सोरेन के नाम से सैकड़ों आदिवासी भूखंड राज्य के विभिन्न जिलों में खरीदे गए। हेमंत सोरेन परिवार द्वारा 35 डीड के जरिए संपूर्ण राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में भूमि खरीदी गई है, जो सीएनटी एक्ट की धज्जियां उड़ाता है। साथ ही जमीन का हस्तांतरण इसलिए भी अवैध है क्योंकि सोरेन परिवार ने समय-समय पर अपने स्थानीय निवासी होने के बारे में गलत सूचनाएं दी है।

शिबू, हेमंत बताएं किस क्षेत्र के हैं निवासी

सांसद समीर उरांव ने मुख्य सचिव से मिलकर आग्रह किया कि शिबू सोरेन और हेमंत सोरेन को यह बताना चाहिए कि वे किस क्षेत्र के निवासी हैंं। धनबाद के गोविंदपुर के, बोकारो, मोरहाबादी, अरगोड़ा, अनगड़ा, चास, कमलडीह, दमकश या बरवा के दमकोला के निवासी। अनेक डीड में अलग-अलग पता इस परिवार ने लिखवाए हैं।

गरीब आदिवासी को वापस हो अरगोड़ा की जमीन

भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रदीप वर्मा ने मांग की है कि अरगोड़ा में हरमू से संबंधित लगभग 40-45 डिसमिल जमीन पर हेमंत सोरेन परिवार ने करोड़ों रुपये खर्च कर सोहराय भवन का निर्माण कराया है। मूल रैयत राजू उरांव ने इसके खिलाफ शिकायत भी की है। इस तरह सैकड़ों एकड़ जमीन सोरेन परिवार ने कब्जा किया है। यह जमीन 30-40 लाख रुपये प्रति डिसमिल है लेकिन आदिवासी परिवार को महज 9 लाख रुपये दिए गए।


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