Rajya Sabha Election: भाजपा के दीपक प्रकाश व कांग्रेस के शहजादा ने किया नामांकन, शिबू का रास जाना तय
Rajya Sabha Election. झारखंड में राज्यसभा की एक सीट के लिए भाजपा ने अपना उम्मीदवार खड़ा किया है। पार्टी को आजसू और एक-दो अन्य विधायकों का समर्थन हासिल होने की उम्मीद है।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड कोटे से राज्यसभा के लिए खाली हो रही दो सीटों के लिए शुक्रवार को नामांकन दाखिल करने के अंतिम दिन भाजपा प्रत्याशी दीपक प्रकाश और यूपीए प्रत्याशी शहजादा अनवर ने राज्यसभा चुनाव के लिए अपना पर्चा दाखिल किया। दीपक प्रकाश ने तीन सेटों में नामांकन दाखिल कर चुनाव में अपनी मजबूत उपस्थिति का एहसास कराया। इस दौरान उनके साथ भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी और भाजपा के तमाम बड़े नेता मौजूद रहे। झारखंड में राज्यसभा की एक सीट के लिए भाजपा ने अपना उम्मीदवार खड़ा किया है।
महागठबंधन के यूपीए प्रत्याशी शहजादा अनवर ने एक सेट में अपना नामांकन दाखिल किया। शहजादा अनवर के नामांकन के मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव, कांग्रेस विधायक दल के नेता सह संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम व राजद कोटे से सरकार में मंत्री सत्यानंद भोक्ता भी मौजूद थे।
शिबू सोरेन ने गत बुधवार को ही अपना नामांकन दाखिल किया था। हालांकि, शिबू सोरेन की ओर से शुक्रवार को भी नामांकन के दो सेट और दाखिल किए गए। हालांकि इस दौरान वे खुद मौजूद नहीं थे। उनकी ओर से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, मंत्री बादल पत्रलेख और पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह ने नामांकन का पर्चा दाखिल किया। इस तरह से झारखंड में राज्यसभा चुनाव में तीन उम्मीदवार मैदान में हैं। जीत को लेकर दोनों ही खेमे दावा कर रहे हैं।
आजसू विधायक लंबोदर महतो बने प्रस्तावक
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्यसभा प्रत्याशी दीपक प्रकाश ने विधानसभा सचिव को तीन सेटों में अपना नामांकन पत्र जमा किया। तीन सेटों में दाखिल नामांकन में 27 विधायकों के हस्ताक्षर प्रस्तावक के रूप में हैं। उनके नामांकन पत्र में बतौर प्रस्तावक आजसू के लंबोदर महतो और निर्दलीय अमित यादव ने भी हस्ताक्षर किए हैं। इसके अलावा विधायक सीपी सिंह, नीलकंठ सिंह मुंडा, अमर बाउरी, अनंत ओझा, विरंची नारायण, मनीष जायसवाल, राज सिन्हा, किशुन दास, नवीन जायसवाल, डॉ नीरा यादव, बाबूलाल मरांडी, रामचंद्र चंद्रवंशी, नारायण दास, जेपी पटेल, अमित मंडल, कोचे मुंडा, केदार हाजरा, भानूप्रताप शाही और अपर्णा सेन गुप्ता भी प्रस्तावक बने हैं।
'भाजपा एकमात्र पार्टी है जो कार्यकर्ता आधारित पार्टी है। पार्टी ने एक सामान्य कार्यकर्ता को बड़ा सम्मान दिया है। यह मेरा ही नही बल्कि प्रदेश के हजारों कार्यकर्ताओं का सम्मान है।' -दीपक प्रकाश, भाजपा प्रत्याशी।
'महागठबंधन के पहले उम्मीदवार शिबू सोरेन हैं, दूसरे प्रत्याशी के रूप में मेरे जैसे एक साधारण कार्यकर्ता को प्रत्याशी बनाया गया है। यह अद्भुत तालमेल हैं। मै जीत के प्रति पूरी तरह से आश्वस्त हूं।' -शहजादा अनवर, कांग्रेस प्रत्याशी।
यह है राज्यसभा चुनाव का फार्मूला
- [(कुल विधायकों की संख्या * 100)/(खाली सीटों की संख्या + 1)] + 1
इसे झारखंड विधानसभा की मौजूदा स्थिति के परिप्रेक्ष्य में देखें तो कुछ ऐसी स्थिति बनती है।
- [(80 * 100)/(2 + 1)] + 1
- 2666.66 + 1
- 2667.66
आसान शब्दों में समझें तो झारखंड में राज्यसभा की एक सीट पर जीत हासिल करने के लिए उम्मीदवार को 27 वोटों की जरूरत होगी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दुमका सीट छोड़ रखी है। ऐसी स्थिति में झारखंड विधानसभा में कुल विधायकों की संख्या 80 है। यदि 81 सीटें होती तो एक सीट जीतने के लिए 2701 वोटों की जरूरत होती। यानि 28 विधायकों का समर्थन जरूरी है।
झारखंड विधानसभा की यह है दलीय स्थिति
झामुमो : 29
कांग्रेस : 16+2
राजद : 1
भाजपा : 25+1
आजसू : 2
निर्दलीय : 2
एनसीपी : 1
भाकपा माले : 1
नोट : झाविमो के टूटने से कांग्रेस विधायकों की सख्या 18 और भाजपा की 26 हो गई है। झामुमो ने 30 सीटों पर जीत हासिल की थी लेकिन हेमंत सोरेन के दुमका सीट छोडऩे के कारण पार्टी के विधायकों की मौजूदा संख्या 29 रह गई है।