अब भाजपा ने झामुमो नेता के बयान को बताया अमर्यादित और असंसदीय
राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से की शिकायत
राज्य ब्यूरो, रांची : दुमका और बेरमो उपचुनाव के दौरान नेताओं की बयानबाजी को लेकर सियासत तेज होती जा रही है। आरोप-प्रत्यारोप के बीच अब शिकायतों का सिलसिला भी शुरू हो गया है। भाजपा ने झामुमो नेताओं के हालिया बयान को लेकर बुधवार को चुनाव आयोग में शिकायत की है। भाजपा के प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू ने इस संदर्भ में राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से शिकायत की और उन्होंने लिखित ज्ञापन भी सौंपा।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से मुलाकात के दौरान महामंत्री आदित्य साहू ने कहा कि झामुमो के नेताओं का बड़बोलापन शर्मनाक है। 20 अक्टूबर को झामुमो के केंद्रीय महासचिव एवं प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने प्रेस वार्ता के माध्यम से भाजपा नेताओं के बारे में अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया है, जो आदर्श चुनाव आचार संहिता का घोर उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि असंसदीय एवं आपत्तिजनक शब्दों से लोकतंत्र की मर्यादाएं आहत होती हैं। किसी पार्टी के विषय में असंसदीय भाषा का प्रयोग करना भारतीय राजनीति में शर्मनाक बात है। आदित्य साहू ने झामुमो नेता के बयान की वीडियो की कॉपी चुनाव आयोग को दी और मामला दर्ज करने का आग्रह किया। शिकायत पत्र की एक प्रति मुख्य चुनाव आयुक्त नई दिल्ली, उपायुक्त दुमका और बोकारो व अनुमंडल पदाधिकारी दुमका और बेरमो को भी भेजी गई है।
---------- झामुमो ने बाबूलाल मरांडी पर साधा निशाना राज्य ब्यूरो, रांची : राज्य में सत्तारूढ़ झामुमो और भाजपा के नेताओं के बीच कड़वे बयानों का सिलसिला थम नहीं रहा है। बुधवार को झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी का एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि वे दुमका में अपने भाषणों में शिबू सोरेन और उनके बेटों का जनाजा निकालने की बात कह रहे हैं। यह उनके बौद्धिक दिवालियेपन को दर्शाता है। बाबूलाल मरांडी अब न घर के हैं न घाट के। उन्होंने पिछला चुनाव भाजपा के विरोध के नाम पर जीता और खुद भाजपा में चले गए। उनकी राजनीतिक शिक्षा-दीक्षा में ही खोट है। झामुमो महासचिव ने कहा कि रघुवर दास अपने मुंह मियां मिट्ठू बन रहे हैं। उनके द्वारा अपशब्दों के प्रयोग को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश गलत ठहरा चुके हैं। ऐसे में वे किस मुंह से बोल रहे हैं, पता नहीं। दरअसल उन्हें अपने मुख्यमंत्रित्व काल के घोटालों की जांच से मिर्ची लगी है और वे तिलमिला गए हैं। भाजपा में उनका साथ देने वाला कोई बचा नहीं है। उनके कार्यकाल के तमाम घोटालों की जांच कराने की उनकी मांग भी जल्द पूरी कर दी जाएगी। मेनहर्ट से शुरूआत हो चुकी है।
झामुमो महासचिव ने कहा कि भाजपा के पास उपचुनाव में कोई मुद्दा नहीं है। इनके नेताओं का रवैया उल्टा चोर कोतवाल को डांटे सरीखा है। भाजपा ने उनके खिलाफ निर्वाचन आयोग में शिकायत की है। वे चाहें तो यूएनओ में भी जा सकते हैं। झामुमो महासचिव ने भाजपा नेताओं को चेतावनी दी कि वे कमर के नीचे वार करने से परहेज करें और मर्यादा में रहें। उपचुनाव का परिणाम आने के बाद भाजपा के बड़बोले नेता मुंह दिखाने लायक नहीं बचेंगे।