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रांची के मोरहाबादी में बर्ड फ्लू की पुष्टि

रांची राब्यू झारखंड में बर्ड फ्लू (एच 5 एन 1) नामक विषाणु तेजी से अपने पांव पसार रहा है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Feb 2019 06:24 AM (IST)Updated: Fri, 22 Feb 2019 06:24 AM (IST)
रांची के मोरहाबादी में बर्ड फ्लू की पुष्टि
रांची के मोरहाबादी में बर्ड फ्लू की पुष्टि

रांची, राब्यू : झारखंड में बर्ड फ्लू (एच 5 एन 1) नामक विषाणु तेजी से अपने पांव पसार रहा है। गोड्डा के मेहरमा और बोकारो जिले के गोमिया प्रखंड के बाद राजधानी रांची में भी बर्ड फ्लू विषाणु पाए गए हैं। रांची के मोरहाबादी मैदान के ऑक्सीजन पार्क में मृत पाए गए कौए की जांच में बर्ड फ्लू विषाणु (एच 5 एन 1) की पुष्टि हुई है।

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भोपाल स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर हाई सिक्युरिटी एनीमल डिसीसेस प्रयोगशाला (आइसीएआर-एनआइएसएचएडी) ने इसकी पुष्टि कर दी है। भारत सरकार के कृषि एवं कल्याण मंत्रालय ने भोपाल की रिपोर्ट का हवाला देते हुए झारखंड सरकार को इस संदर्भ में पत्र भेज सचेत किया है। कृषि एवं पशुपालन विभाग की सचिव को भेजे गए पत्र में केंद्र सरकार ने इस संदर्भ में एहतियात बरतने की नसीहत दी है। आइसीएआर-एनआइएसएचएडी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि 16 फरवरी को रांची के मोरहाबादी मैदान के ऑक्सीजन पार्क से भेजे गए एक कौए में एच-5एन-1 वायरस पॉजीटिव पाया गया है।

स्वास्थ्य व पशुपालन विभाग ने जारी कर रखा है अलर्ट

रांची : बर्ड फ्लू फैलने की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग और कृषि एवं पशुपालन विभाग ने अलर्ट जारी कर रखा है। वहीं गोमिया जहां पूर्व में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई थी वहां संक्रमित स्थल के एक किमी की परिधि में पक्षियों और मुर्गो को नष्ट किया जा रहा है।

स्वास्थ्य विभाग ने सभी सिविल सर्जनों को अलर्ट रहने और अस्पतालों में आवश्यक दवा व संसाधन उपलब्ध रखने का निर्देश दिया है।

भारत सरकार ने दिए निर्देश

- उन क्षेत्रों में बायो सेक्यूरिटी को मजबूत किया जाए जहां यह वायरस मिले।

- मृत पक्षियों का गहरे गड्डे में निस्तारण किया जाए।

-सभी मृत पक्षियों के सैंपल एकत्र कर उन्हें जांच के लिए लैब में भेजे।

-बिना बायो सेफ्टी के कोई भी पक्षी खुला न रखा जाए।

-मुर्गियों की असाधारण मौत की तुरंत रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेजी जाए।

-मुर्गियों को सर्विलांस पर रखे।

-बीमारी को फैलने से रोकने के लिए केंद्र द्वारा जारी गाइडलाइन का अनुपालन किया जाए।

-वन विभाग द्वारा भी इस संदर्भ में एलर्ट जारी किया जाना चाहिए।

बर्ड फ्लू के लक्षण

मुर्गा, मुर्गी समेत अन्य पक्षियों के कलगी में सूजन, आंख एवं नाक से स्त्राव, पंख गिरना, मृत्यु दर बढ़ जाना।

यह सावधानी बरतें

ø पक्षियों को खाली हाथ से नहीं छूना चाहिए।

ø भोजन के लिए 70 डिग्री से अधिक तापमान में मुर्गा पकाना होगा।

ø मुर्गी फार्म के मालिक हाथ ढक और नाक पर कपड़ा रख फार्म में प्रवेश करें।

ø मुर्गा पकाने के बर्तन अथवा भोजन को इधर उधर नहीं ले जाय।

ø मर चुके मुर्गा अथवा पक्षियों को खुला में नहीं छोड़े। मिंट्टी में चूना डाल दफनाएं।


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