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जन औषधि चलाने की जिम्मेवारी बिदया मेडिको को, 15 दिनों में मिलने लगेंगी सस्ती दवाएं

रिम्स जन औषधि केंद्र से अब मरीजों को 85 प्रतिशत तक सस्ती दवाइयां उपलब्ध हो सकेंगी

By JagranEdited By: Published: Wed, 01 Dec 2021 06:00 AM (IST)Updated: Wed, 01 Dec 2021 06:00 AM (IST)
जन औषधि चलाने की जिम्मेवारी बिदया मेडिको को, 15 दिनों में मिलने लगेंगी सस्ती दवाएं
जन औषधि चलाने की जिम्मेवारी बिदया मेडिको को, 15 दिनों में मिलने लगेंगी सस्ती दवाएं

जासं, रांची : रिम्स जन औषधि केंद्र से अब मरीजों को 85 प्रतिशत तक सस्ती दवाइयां उपलब्ध हो सकेगी। हाई कोर्ट के निर्देश के बाद रिम्स में मंगलवार को इसी को मुख्य एजेंडा बनाकर शासी परिषद की 53वीं असाधारण बैठक आयोजित की गई। जन औषधि केंद्र के संचालन के लिए तीन एजेंसियों ने टेंडर भरा था, जिसमें से जन औषधि केंद्र के संचालन का जिम्मा रांची की बिदया मेडिको एजेंसी को दी गई है। इस एजेंसी ने मरीजों को सात फीसदी तक की छूट देने की बात कही है। टेक्नीकल और फाइनेंशियल बिड के आधार पर एल वन एजेंसी का चयन किया गया है।

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रिम्स उपाधीक्षक डा शैलेश त्रिपाठी ने बताया कि टेक्निकल बिड में एल वन बिदया मेडिको थी, वहीं फाइनेंशियल बिड में भी सबसे अधिक नंबर था। रिम्स की शासी परिषद में एजेंसी के चयन पर मुहर लग गई है। अब कुछ कागजी कार्रवाई की जानी बाकी है, इसके बाद दिसंबर के दूसरे सप्ताह तक लोगों को दवाइयां मिल जाएंगी। इसका लाभ रिम्स के मरीज के अलावा बाहर के लोग उठा सकेंगे। यहां पर सिर्फ प्रधानमंत्री जन औषधि की ही दवाएं मिलेंगी। बैठक में जन औषधि के अलावा अन्य नौ प्रस्ताव को भी स्वीकृत किया गया है। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह, निदेशक डा कामेश्वर प्रसाद, अधीक्षक डा कामेश्वर प्रसाद, कांके विधायक समरी लाल के अलावा अन्य मौजूद थे। जीनोम सिक्वेंसिग मशीन की होगी खरीदारी : बैठक के बाद स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रोन की जांच के लिए जीनोम सिक्वेंसिग मशीन की खरीद जल्द होगी, इस पर सहमति बन चुकी है। उन्होंने कहा कि एमजीएम जमशेदपुर और रिम्स रांची में एक-एक मशीन लगाई जाएगी। वर्तमान में कोरोना के वैरिएंट का पता लगाने के लिए मरीजों के सैंपल आइएलएस लैब भुवनेश्वर भेजा जाता है। इसके अलावा 128 स्लाइस सीटी स्कैन मशीन की खरीद को स्वीकृति दी गई है साथ ही कैंसर मरीजों की सिकाई के लिए लीनियर एक्सीलेटर मशीन की मांग को लेकर झारखंड सरकार के प्रोक्योरमेंट कॉरर्पोरेशन में आवेदन दिया जाएगा। इसके अलावा रिम्स में सफाई और सुरक्षा के लिए अब जो भी एजेंसियां काम करेंगी उनके एग्रीमेंट में पेनल्टी क्लोज रहेगा। एजेंसी के द्वारा गड़बड़ी किए जान पर शुरुआत में पेमेंट से पांच प्रतिशत और बाद में 10 प्रतिशत की कटौती होगी। जीबी बैठक में लिए गए अन्य निर्णय

- कोरोना के नए वैरिएंट को देखते हुए अलर्ट पर रहने की तैयारी

- कार्यबल को बढ़ाने की मिली स्वीकृति

- दो साइंटिस्ट, दो टेक्नीशियन और एक शिक्षक का होगा चयन

- रिसर्च और टीचिग में तीन-तीन शिक्षक को दिया जाएगा बेस्ट टीचिग अवार्ड, 50 हजार, 25 हजार और 10 हजार होगा पुरस्कार

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दवा सैंपल के चोरी होने के मामले की उच्च स्तरीय जांच कराएंगे : स्वास्थ्य मंत्री

स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा है कि वे सदर अस्पताल में करोड़ों रुपये की दवाओं के सैंपल की चोरी की घटना में शामिल लोगों को छोड़ा नहीं जाएगा। इसकी उच्च स्तरीय जांच करायी जाएगी। जिस तरह से नशीली दवाइयों का कारोबार बढ़ रहा है उस पर सख्ती बरती जाएगी। लोगों के स्वास्थ्य को लेकर कोई खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने पुलिस को की जा रही कार्रवाई में गति लाने को कहा। मालूम हो कि दो दिन पहले सदर अस्पताल परिसर स्थित ड्रग कंट्रोल के कार्यालय से रातो रात जब्त दवा के सैंपल चोर उड़ा ले गए। जबकि इसे अगले दिन जांच के लिए बाहर भेजा जाना था। जिसके बाद कई बड़े रैकेट का भांडाफोड़ होने की उम्मीद जतायी जा रही थी।


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