रांची, जागरण संवाददाता: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) झारखंड के प्रांत कार्यवाह संजय कुमार ने कहा, शाखा लगाने के साथ-साथ संघ के स्वयंसेवक अब सामाजिक परिवर्तन के वाहक बनेंगे।

संघ का मानना है कि जिन इलाकों में वर्षों से शाखा लगा रहे हैं, उसके आसपास के इलाकों में सामाजिक परिवर्तन दिखना चाहिए। इस काम में व्यावसायिक शाखा के सभी स्वयंसेवक लगेंगे।

सबसे पहले संबंधित शाखा के आसपास के इलाकों का अध्ययन करेंगे, उसके बाद अपनी शक्ति और सामर्थ्य के अनुसार समस्याओं के निदान का प्रयास करेंगे।

वे आरएसएस की प्रतिनिधि सभा से लौटने के बाद शनिवार को रांची में आरएसएस के निवारणपुर स्थित प्रांत कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

संजय कुमार ने कहा कि संघ अपने शताब्दी वर्ष में कोई भी बड़ा कार्यक्रम नहीं करेगा। संघ के शताब्दी वर्ष तक देश के सभी मंडलों में शाखा प्रारंभ करने का जो लक्ष्य तय किया गया है, उस पर पूरी तरह ध्यान दिया जाएगा।

मतांतरण से संबंधित एक सवाल पर कहा कि राज्य में मतांतरण तेजी से हो रहे हैं। यह इस राज्य की बड़ी समस्या है। 

सामाजिक समरसता व पर्यावरण संरक्षण पर अपने घरों से स्वयंसेवक करेंगे शुरुआत

प्रांत कार्यवाह ने कहा कि सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन एवं पर्यावरण संरक्षण पर संघ के स्वयंसेवक ध्यान देंगे। जब इसकी शुरुआत हम अपने घरों से करेंगे, तभी समाज में इसका असर भी दिखेगा।

पर्यावरण संरक्षण के तहत पीने के पानी की व्यवस्था, सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं करना, पौधारोपण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। 

झारखंड में 838 दैनिक शाखाएं चल रही है

संजय कुमार ने कहा कि  प्रतिनिधि सभा के वृत के अनुसार मार्च 2023 तक अखिल भारतीय स्तर पर कुल 42613 स्थानों पर कुल 68651 दैनिक शाखा, साप्ताहिक मिलन 26877  और कुल मासिक मंडली 10412 हैं।

वहीं, झारखंड में संघ की दृष्टि से 4 महानगरो में कुल 52 स्थानों पर 97 विद्यार्थी शाखा और 125 व्यवसायी शाखाएं लग रही हैं, जबकि ग्रामीण 24 जिलो में 488 स्थानों पर 454 विद्यार्थी और 162 व्यवसायी  शाखाएं लग रही हैं।

महानगर और ग्रामीण जिलों को जोड़ दे तो आज झारखंड में कुल 540 स्थानों पर 838 दैनंदिन शाखाएं कार्यशील है। इन 838 शाखाओं में से 122 वैसी शाखा हैं जो स्थानीय स्तर पर समाज के लिए कोई न कोई उपक्रम चला रहे हैं। 

सरसंघचालक मोहन भागवत संघ शिक्षा वर्ग में भाग लेने के लिए मई में आएंगे

उन्होंने कहा कि इस बार लोहरदगा के सरस्वती विद्या मंदिर में 13 मई से तीन जून तक प्रथम वर्ष और द्वितीय वर्ष का विशेष वर्ग लगने वाला है। द्वितीय वर्ष के स्वयंसेवकों को संबोधित करने के लिए सरसंघचालक मोहन भागवत मई में लोहरदगा आएंगे।

प्रथम वर्ष में 350 से अधिक स्वयंसेवक भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि प्रतिनिधि सभा में झारखंड से जेएससीए के पूर्व अध्यक्ष अमिताभ चौधरी एवं स्वयंसेवक रंजीत कुमार को श्रद्धांजलि दी गई। पत्रकार वार्ता में क्षेत्र संघचालक देवव्रत पाहन एवं सह प्रांत प्रचार प्रमुख संजय आजाद उपस्थित थे।

Edited By: Prateek Jain