IAS Pooja Singhal: हेमंत के प्रतिनिधि पंकज मिश्रा का काला कारोबार... बांग्लादेश तक झारखंड के स्टोन चिप्स की तस्करी
Jharkhand IAS Pooja Singhal जिला खनन पदाधिकारियों ने ईडी को जानकारी दी है कि खनन माफियाओं का बहुत मजबूत नेटवर्क सक्रिय है। संथाल परगना में खनन के व्यवसाय को पंकज मिश्रा नियंत्रित करते हैं। लगातार तीसरे दिन भी पाकुड़ व दुमका के डीएमओ से ईडी के अधिकारियों ने की पूछताछ।
रांची, राज्य ब्यूरो: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) रांची के कार्यालय में पिछले तीन दिनों से पाकुड़ व दुमका के जिला खनन पदाधिकारी (डीएमओ) से पूछताछ चल रही है। अब तक की पूछताछ में दोनों डीएमओ ने संथाल परगना के क्षेत्र में अवैध उत्खनन व खनन माफिया के मजबूत नेटवर्क पर महत्वपूर्ण जानकारियां ईडी के अधिकारियों को दी है।
डीएमओ ने बताया है कि कैसे गंगा नदी के जरिए अवैध तरीके से स्टोन चिप्स झारखंड से सीमा पार बांग्लादेश में पहुंचते हैं। पूरे क्षेत्र में कैसे विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा का राज चलता है। वे ही संथाल परगना में खनन के व्यवसाय को नियंत्रित करते हैं। इन सभी जानकारियों को ईडी ने जुटा लिया है। अब यह संभावना बन रही है कि बहुत जल्द ही पंकज मिश्रा को भी ईडी पूछताछ के लिए समन कर सकता है। ईडी के अधिकारी पिछले तीन दिनों से दुमका के जिला खनन पदाधिकारी कृष्ण चंद्र किस्कू व पाकुड़ के जिला खनन पदाधिकारी प्रदीप कुमार शाह से पूछताछ कर रहे हैं।
बेटी की शादी के कारण नहीं आए साहिबगंज खनन पदाधिकारी
साहिबगंज के जिला खनन पदाधिकारी विभूति कुमार को भी समन किया गया था, लेकिन वे अपनी बेटी की शादी के चलते अब तक ईडी कार्यालय पहुंच नहीं पाए हैं। पूछताछ के दौरान दोनों खनन पदाधिकारियों ने ईडी को बताया है कि संथाल में स्थानीय स्तर पर खनन में पंकज मिश्रा का हस्तक्षेप रहता है। वह बरहेट विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रतिनिधि हैं। ईडी ने संबंधित जिला खनन पदाधिकारियों से खनन व परिवहन चालान सहित सभी तरह के दस्तावेज को जमा करने के लिए कहा है।
मनी लांड्रिंग के साथ-साथ सरकार के राजस्व को भी नुकसान
ईडी सूत्रों की मानें तो यह स्पष्ट संकेत मिल रहा है कि अवैध खनन व परिवहन से मनी लांड्रिंग के साथ-साथ सरकार के राजस्व को भी नुकसान पहुंचाया गया है। पाकुड़ में खनन से जुड़ी एक कंपनी राज्य में सत्ता के शीर्ष पर बैठे एक व्यक्ति से जुड़ी है। इस कंपनी का उपयोग अवैध खनन व मनी लांड्रिंग के लिए किया जाता है।
बंगाल के खनन माफिया भी संथाल में सक्रिय
ईडी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बंगाल के कुछ खनन माफिया संथाल में सक्रिय हैं। इनका पूरा सिंडिकेट यहां काम करता है। यहां के तीन जिले पाकुड़, दुमका व साहिबगंज की पूरी खनन गतिविधियों को इनका ही सिंडिकेट नियंत्रित करता है। खनन पदाधिकारियों से ईडी को यह जानकारी मिली है कि स्टोन चिप्स अवैध तरीके से बांग्लादेश तक पहुंच रहा है। यह भी जानकारी सामने आई है कि बिना परिवहन चालान के ही रेलवे के माध्यम से भी माल ढुलाई हुई है। कुछ मामले ईडी के संज्ञान में भी हैं, जिनमें ओटन दास एंड कंपनी प्राइवेट लिमिटेड, स्टोन इंडिया और एनएसएस एंड कंपनी का मामला भी शामिल है। इनकी पाकुड़ में खनन में हिस्सेदारी भी है।