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Jharkhand: शिक्षा मंत्री के लौटने से 65 हजार पारा शिक्षकों में खुशी की लहर, ले सकते हैं बड़े फैसले

Jharkhand News Jagarnath Mahto News पारा शिक्षक संघ के लातेहार जिला अध्‍यक्ष ने कहा कि शिक्षामंत्री के आगमन से 65 हजार पारा शिक्षकों में खुशी की लहर है। इधर जगरनाथ महतो ने रांची पहुंचने पर कहा कि मैं लौटा हूं वहां जहां सब कुछ और सभी अपने हैं।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Tue, 15 Jun 2021 12:41 PM (IST)Updated: Tue, 15 Jun 2021 03:52 PM (IST)
Jharkhand: शिक्षा मंत्री के लौटने से 65 हजार पारा शिक्षकों में खुशी की लहर, ले सकते हैं बड़े फैसले
Jagarnath Mahto News जगरनाथ महतो ने कहा कि मैं लौटा हूं, वहां जहां सब कुछ और सभी अपने हैं।

रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड की धरती पर शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के आगमन से 65 हजार पारा शिक्षकों में खुशी की लहर है। एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा लातेहार के जिला अध्यक्ष अतुल कुमार, महासचिव अनूप कुमार, प्रदेश उपाध्यक्ष बेलाल अहमद ने खुशी जाहिर करते हुए उम्मीद की है कि मंत्री 65 हजार पारा शिक्षकों को वेतनमान देने की नियमावली पास कराकर सभी परिवारों की वर्षों पुरानी मांग को पूरा कर देंगे। ज्ञात हो कि वो लंबे समय से कोरोना की बीमारी के कारण चेन्नई में इलाजरत थे। वे स्वस्थ होकर सोमवार को झारखंड लौटे हैं। उनके वापस आने पर जिले में कार्यरत 1520 पारा एवं प्रदेश में कार्यरत 65 हजार पारा शिक्षकों में खुशी का मौहाल है तथा सभी को पूरा विश्वास है कि मंत्री अपना वादा बहुत जल्द पूरा कर देंगे।

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पारा शिक्षकों की बढ़ी उम्मीदें

इधर, मंत्री के झारखंड लौटने से पारा शिक्षकों को स्थायीकरण व वेतनमान की उम्मीदें बढ़ गई हैं। मंत्री ने भी चेन्नई से दैनिक जागरण से बात करते हुए कहा था कि झारखंड लौटने के बाद वे पारा शिक्षकों की समस्याओं को दूर करेंगे। बता दें कि जिस दिन पारा शिक्षकों के कल्याण कोष से संबंधित नियमावली पर स्वीकृति देने के लिए बैठक होनी थी, उसी दिन मंत्री की तबीयत बिगड़ गई थी तथा वे संक्रमित पाए गए थे।

कोरोना को मात देकर चेन्नई से झारखंड लौटने के बाद मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा कि वे वहां लौटे हैं, जहां सबकुछ और सभी अपने हैं। इससे पहले उन्होंने रांची लौटने के लिए चार्टर्ड विमान पर बैठने के दौरान भी इसे लेकर ट्वीट किया था। रांची पहुंचने पर उन्होंने ट्वीट किया कि वे भगवान बिरसा मुंडा की पावन धरती पर, बिनोद बिहारी महतो की कर्मभूमि पर दिशोम गुरु शिबू सोरेन के आशीष तले पहुंच गए हैं। उन्होंने राज्यवासियों को जोहार करते हुए कहा कि उनकी कामनाओं से ही वे स्वस्थ हो सके हैं। लंबे समय तक कोरोना संक्रमण से जूझनेवाले मंत्री ने कहा है कि लोगों को धैर्य नहीं खोना चाहिए। अंतिम वक्त तक लड़ने का जज्बा होना चाहिए।


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