Move to Jagran APP

चुनाव आयोग के दर पर भाजपा, कहा- रद करें बाबूलाल की पार्टी का चुनाव चिह्न

Babu Lal Marandi.भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मिलकर झारखंड विधानसभा न्यायाधिकरण के दलबदल पर दिए गए फैसले का हवाला दिया।

By Alok ShahiEdited By: Published: Sat, 23 Feb 2019 11:06 AM (IST)Updated: Sat, 23 Feb 2019 11:06 AM (IST)
चुनाव आयोग के दर पर भाजपा, कहा- रद करें बाबूलाल की पार्टी का चुनाव चिह्न
चुनाव आयोग के दर पर भाजपा, कहा- रद करें बाबूलाल की पार्टी का चुनाव चिह्न

रांची, राज्य ब्यूरो। भाजपा ने बाबूलाल मरांडी की पार्टी झारखंड विकास मोर्चा (प्र.) के नाम से आवंटित चुनाव चिह्न (कंघी) पर रोक लगाने की मांग चुनाव आयोग से की है। प्रदेश भाजपा ने चुनाव आयोग से अनुरोध किया है कि बाबूलाल मरांडी को निर्देशित किया जाए कि वे अब झाविमो के नाम से आवंटित चुनाव चिह्न, झंडा, बैनर का उपयोग न करें। शुक्रवार को भाजपा महामंत्री दीपक प्रकाश के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एल खियांग्ते से मुलाकात कर इस संदर्भ में उन्हें ज्ञापन भी सौंपा।

loksabha election banner

प्रदेश भाजपा ने झारखंड विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव के कोर्ट के फैसले को आधार बनाते हुए कहा कि न्यायाधिकरण ने छह विधायकों सहित झाविमो के भाजपा में विलय की पुष्टि हो गई है। अब झाविमो प्रजातांत्रिक के नाम से मंच, बैनर, लेटरहेड, सदस्यता अभियान, सभा सम्मेलन, धन संग्रह को पूर्ण प्रतिबंधित किया जाना चाहिए।

मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में दीपक प्रकाश ने कहा कि बाबूलाल मरांडी को भी न्यायाधिकरण के फैसले का सम्मान करना चाहिए, क्योंकि फैसले के बाद झाविमो का अस्तित्व समाप्त हो गया है। बकौल दीपक प्रकाश, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने इसपर विधि सम्मत जानकारी लेने तथा भारत निर्वाचन आयोग को भेजने का आश्वासन दिया है। प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश उपाध्यक्ष प्रदीप वर्मा, प्रदेश मंत्री सुबोध सिंह गुड्डू, विधि विभाग के संयोजक अधिवक्ता विनोद साहू, चुनाव आयोग संपर्क विभाग के प्रदेश संयोजक अधिवक्ता शिवकुमार शर्मा, अधिवक्ता गौतम कुमार, सुधीर श्रीवास्तव, सर्वेश नारायण सिंह, देवनंदन कुमार, आदित्य रमण शामिल थे।

बाबूलाल, प्रदीप यादव पर चुप्पी

झाविमो के भाजपा में विलय होने के दावे के बाद पार्टी सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी और विधायक प्रदीप यादव के भाजपा के हो जाने के सवाल पर भाजपा के नेता चुप्पी साध गए। जब उनसे इसपर सवाल पूछा गया तो उनके द्वारा यह कहकर टालने का प्रयास किया जाता रहा कि झाविमो का भाजपा में विलय हो चुका है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.