सावधान! कहीं कोई चुरा न ले आपकी अंगुलियों के निशान, पढ़ें साइबर क्राइम का नया तरीका
Jharkhand Crime News Lohardaga Samachar लोहरदगा में बैंक ग्राहकों के अंगुलियों के निशान का रबर स्टांप बनाकर बैंक खातों से लाखों की निकासी की गई है। सेन्हा थाना में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस ने आठ अपराधियों को गिरफ्तार किया।
लोहरदगा, जासं। न तो फोन कर ओटीपी मांगा और न ही कोई लिंक भेजकर बैंक खाते में सेंध लगाई, फिर भी ग्राहकों के बैंक खातों से लाखों रुपये उड़ा लिए। लोहरदगा में साइबर क्राइम के नए खेल का खुलासा हुआ है। अपराधियों के एक गिरोह ने कई लोगों के बैंक खातों से ग्राहकों के फिंगर प्रिंट का रबर स्टांप बना कर पैसों की निकासी कर ली है। फिलहाल पुलिस के पास अब तक दो लाख 77 हजार तीन सौ रुपये और साठ हजार रुपये निकासी का दो मामला सामने आया है। पुलिस ने अपराधियों के पास से 33 लोगों के अंगुलियों के निशान के रबर स्टांप बरामद किए हैं।
इससे पुलिस को संदेह है कि अपराधियों ने कई लोगों को चपत लगाई है। हालांकि पुलिस जांच के उपरांत ही किसी नतीजे पर पहुंच सकती है। इस मामले के खुलासे के बाद लोग थोड़े सशंकित नजर आ रहे हैं। लोगों को लग रहा है कि कोई उनकी अंगुलियों के निशान न चुरा ले। पुलिस ने इस मामले में सेन्हा थाना क्षेत्र के झखरा गांव निवासी प्रज्ञा केंद्र संचालक स्व. ताहिर अंसारी के पुत्र महबूब अंसारी, गिरोह के सरगना और ठगी के मामलों के मास्टर मांइड महबूब अंसारी के पुत्र फैसल अंसारी, इसराइल अंसारी के पुत्र फराज अंसारी, रकीम अंसारी के पुत्र इनसाद अंसारी, रकीम अंसारी के पुत्र मोतल्लिब अंसारी, अर्जुन ठाकुर के पुत्र अनुज कुमार ठाकुर उर्फ गुड्डू, इम्तियाज अंसारी के पुत्र अल्तमस रजा, बंगला चौक निवासी बसीर अहमद अंसारी के पुत्र शकील अहमद को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने इनके पास से फिंगर प्रिंट के 33 नकली रबर स्टांप, दो लैपटाॅप, चार मोबाइल फोन, एक मोटरसाइकिल, चार पासबुक, एक बायोमीट्रिक मशीन बरामद किया है। गिरफ्तार अपराधियों को मीडिया के समक्ष प्रस्तुत करते हुए एसपी प्रियंका मीना ने बताया कि अपराधी प्रज्ञा केंद्र में आने वाले लोगों का फिंगर स्कैन करके रख लेते थे। इसके बाद बैंक ग्राहक के घर पहुंचकर सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने का लालच दे लेकर बायोमीट्रिक फिंगर प्रिंट और आधार कार्ड नंबर ले लेते थे। सेन्हा थाना क्षेत्र के चुरकू गांव निवासी लिबरा उरांव के पुत्र रमेश उरांव ने सेन्हा थाना में आवेदन दिया था।
इसमें कहा था कि उसके खाते से दो लाख 77 हजार तीन सौ रुपये की निकासी अवैध रूप से कर ली गई है। इसके बाद सेन्हा थाना में कांड संख्या 79/20 दर्ज किया गया था। वहीं नौ जून 2021 को सेन्हा थाना क्षेत्र के अलौदी नवा टोली निवासी धुरी उरांव के पुत्र तेजुवा उरांव ने खाते से 60 हजार रुपया निकासी की शिकायत दर्ज कराई थी। इसे लेकर सेन्हा थाना में कांड संख्या 44/21 दर्ज किया गया था। अब तक कुल तीन लाख 37 हजार तीन सौ रुपये की ठगी की बात सामने आई है।
फैसल अंसारी प्रज्ञा केंद्र में आने वाले लोगों की अंगुलियों का निशान बनाता था। इसे लोहरदगा निवासी शकील अहमद रबर स्टांप के रूप में बनाकर फैसल अंसारी को देता था। गिरोह के शेष लोग ग्राहकों के बैंक खातों और ग्राहक की आर्थिक स्थिति का पता लगाने में सहयोग करते थे। मौके पर डीएसपी परमेश्वर प्रसाद, सेन्हा थाना प्रभारी सूरज प्रसाद आदि मौजूद थे।
किसी अनजान व्यक्ति को ना दें अपना फिंगर प्रिंट : एसपी
लोहरदगा एसपी प्रियंका मीना ने कहा है कि साइबर अपराध के तरीके जितनी तेजी के साथ बदल रहे हैं, हम सभी को उतना ही ज्यादा जागरूक और सजग होने की जरूरत है। लोहरदगा में जो मामला सामने आया है, वह निश्चित रूप से चिंता का विषय है। हम सभी को यह प्रयास करना चाहिए कि हम किसी भी अनजान व्यक्ति को फिंगरप्रिंट ना दें।
खासकर यदि कोई व्यक्ति घर आकर कहता है कि वह फिंगरप्रिंट के बाद आपको सरकारी योजना का लाभ दिला सकता है। या फिर वह फिंगर प्रिंट आपको किसी दूसरे बहाने से लेने का प्रयास करता है। आपसे ओटीपी मांगता है या किसी लिंक पर क्लिक करने के लिए कहता है, तो आप ऐसा ना करें। ऐसा करना घातक हो सकता है। हमें अपने बैंक खातों की सुरक्षा को लेकर हमेशा सजग रहने की जरूरत है। हमारी जागरूकता से ही हमारा पैसा सुरक्षित रह सकता है। किसी प्रकार का संदेह होने पर तुरंत मामले की सूचना दें।