Move to Jagran APP

बीडीओ नागेंद्र तिवारी की मौत मामले में मुखिया पर हत्या की प्राथमिकी, गरमाया मामला, CBI जांच की मांग

BDO Nagendra Tiwari death case देवघर के पालोजोरी प्रखंड के बीडीओ सह सीओ नागेंद्र तिवारी की सोमवार को हुई संदेहास्पद स्थिति में मौत का मामला गरमाता जा रहा है।

By Alok ShahiEdited By: Published: Wed, 15 Jul 2020 12:00 AM (IST)Updated: Wed, 15 Jul 2020 05:15 AM (IST)
बीडीओ नागेंद्र तिवारी की मौत मामले में मुखिया पर हत्या की प्राथमिकी, गरमाया मामला, CBI जांच की मांग
बीडीओ नागेंद्र तिवारी की मौत मामले में मुखिया पर हत्या की प्राथमिकी, गरमाया मामला, CBI जांच की मांग

रांची, जेएनएन। BDO Nagendra Tiwari Suicide देवघर के पालोजोरी प्रखंड के बीडीओ सह सीओ नागेंद्र तिवारी की सोमवार को हुई संदेहास्पद स्थिति में मौत का मामला गरमाता जा रहा है। परिजनों समेत जन प्रतिनिधियों ने इस मामले की जहां सीबीआइ जांच की मांग की है, वहीं दिवंगत बीडीओ के बड़े भाई सुरेंद्र तिवारी ने पालोजोरी के मुखिया दाउद आलम पर अपहरण व हत्या के बाद शव को जुगसलाई स्थित रेलवे लाइन पर फेंक देने की प्राथमिकी दर्ज कराई है। इधर, बीडीओ के परिजनों से मिलने पहुंचे कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने मंगलवार को कहा कि परिजन जिस स्तर की जांच चाहेंगे, सरकार कराएगी। जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय व सारठ विधायक रणधीर सिंह ने भी इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग सरकार से की है।

loksabha election banner

इधर दर्ज प्राथमिकी के अनुसार मुखिया दिवंगत बीडीओ पर दबाव डालकर गलत काम कराना चाहता था, जिसका वे लगातार विरोध किया करते थे। इससे क्षुब्ध मुखिया ने उन्हें औकात बताने तथा उठा लेने की धमकी दी थी। प्राथमिकी के अनुसार बीडीओ ने इसकी चर्चा परिजनों से भी की थी। इधर इस घटना से क्षुब्ध पालोजोरी के दुकानदारों ने मंगलवार को दोपहर से शाम तक अपनी दुकानें बंद रखी। उनकी याद में कई जगहों पर शोकसभाएं आयोजित हुई। बताते चलें कि बीडीओ जमशेदपुर निवासी अपने भाई के घर पर थे। वे रविवार दोपहर से गायब थे, जिनका शव सोमवार की सुबह जुगसलाई फाटक से बरामद हुआ था। 

तांतनगर में बालू माफियाओं के खिलाफ चलाया था अभियान

बीडीओ नागेंद्र तिवारी जहां भी रहे अपनी ईमानदारी और कार्य के लिए चर्चा में रहे। पश्चिमी ङ्क्षसहभूम जिले के तांतनगर में बतौर बीडीओ उन्होंने बालू माफियाओं के खिलाफ अभियान चला रखा था, जिसके कारण वे उनके निशाने पर थे। 

खाली समय में बच्चों को पढ़ाते थे नागेंद्र

नागेंद्र तिवारी के पिता मंगल तिवारी पूर्वी सिंहभूम जिले के जमशेदपुर के साकची जेल में हवलदार थे। नागेंद्र तिवारी ने साकची जेल चौक पर भी गरीब बच्चों की पढ़ाई के लिए एक गुमटी ले रखी थी। वहां खाली समय में बच्चों को पढ़ाया करते थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.