बैंकों को चूना लगाने वाले गिरोह का भंडाफोड़, दो कार सहित कई फर्जी कागजात बरामद
फर्जी कागजात पर बैंकों से वाहन निकाल कर बैंको को चूना लगाने वाले गिरोह के दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
जागरण संवाददाता, रांची : फर्जी कागजात पर बैंकों से वाहन निकाल कर बैंको को चूना लगाने वाले गिरोह का रांची पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। मामले में दो आरोपित राकेश कुमार और रुपेश सिंह को गिरफ्तार किया गया। राकेश मूलरूप से पटना और वर्तमान में जमशेदपुर के उलिडीह में रहता था जबकि रुपेश मूलरूप से उत्तप्रदेश के कुशीनगर और वर्तमान में राजधानी के बरियातू में रहता था।
आरोपित के पास से पुलिस ने उजला रंग का एक स्कॉर्पियो और महिद्रा टीयूवी बरामद किया है। इसके अलावा विभिन्न नामों से फर्जी पैन कार्ड, आधार कार्ड, बैंक पासबुक भी बरामद किए गए। पूछताछ में आरोपित ने डोरंडा श्यामली यूनियन बैंक से महिद्रा टीयूवी तथा जमशेदपुर कैनरा बैंक से स्कॉर्पियो और जमशेदपुर के ही साकची एचडीएफसी बैंक से महिद्रा टीयूवी फर्जी तरीके से निकाल कर बेचने की बात स्वीकार कर ली। ठग गिरोह का भंडाफोर डोरंडा थाना में दर्ज कांड संख्या 404/19 की छानबीन के दौरान हुई। दोनों आरोपितों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। गिरोह से और कितने शातिर जुड़ा है पुलिस इसकी छानबीन कर रही है। पुलिस के अनुसार आरोपित दूसरे नाम से बनाये फर्जी कागजात और बैंक डिटेल्स देकर बैंकों से वाहन फाईनेंस करवाता था। वाहन निकालकर दूसरों के हाथों बेचकर चंपत हो जाता था। नाम बदल कर करता था जालसाजी, पहले भी दोनों जा चुका है जेल पुलिस के अनुसार दोनों नाम बदल कर जालसाजी करता था। बरामद पैन और आधार कार्ड मुकेश कुमार, सुनिल साहू और संजीव कुमार शर्मा के नाम पर बनवाया था। दोनों का पूर्व से ही आपराधिक इतिहास रहा है। आपराधिक मामले में दोनों जेल जा चुका है। राकेश कुमार जमशेदपुर के उलिडीह थाना कांड संख्या 99/19 में सुनिल साहू के नाम से जेल गया था जबकि रुपेश सिंह चतुर्थवर्गीय परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक करने के मामले में जेल जा चुका है। उसके खिलाफ लालपुर व पलामू थाने में मामला दर्ज है।