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भाजपा धमकी न दे, अपनी परंपरा को याद करे: बाबूलाल मरांडी

बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि भाजपा इस मामले की जांच से भाग रही है लेकिन झाविमो जब भी सत्ता में आएगा तो इस मामले की जांच जरूर होगी।

By Sachin MishraEdited By: Published: Mon, 09 Jul 2018 11:32 AM (IST)Updated: Mon, 09 Jul 2018 11:32 AM (IST)
भाजपा धमकी न दे, अपनी परंपरा को याद करे: बाबूलाल मरांडी
भाजपा धमकी न दे, अपनी परंपरा को याद करे: बाबूलाल मरांडी

राज्य ब्यूरो, रांची। झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) के छह विधायकों को 11 करोड़ देकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में मिलाने का आरोप लगाने वाले बाबूलाल मरांडी अपनी बात पर डटे हुए हैं। भाजपा ने उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा करने की बात कही थी, जिसके जवाब में मरांडी ने कहा कि धमकी देने के बदले भाजपा मामले की जांच करा ले। कोर्ट में भी जाएंगे तो हम यही कहेंगे।

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उन्होंने कहा कि भाजपा अपनी ही परंपरा को याद करे, जब हवाला का आरोप लगने के बाद आडवाणीजी ने लोकसभा से इस्तीफा दे दिया था और आरोप मुक्त होने के बाद ही वापस आए। इसी तरह रघुवर दास और झाविमो से भाजपा में गए विधायक इस्तीफा देकर मामले की निष्पक्ष जांच कराएं। सीबीआइ जांच करा लें कि चिट्ठी में किसकी हैंडराइटिंग है।

रविवार को केंद्रीय कार्यालय में संवाददाताओं से बात करते हुए मरांडी ने दावा किया कि भाजपा इस मामले की जांच से भाग रही है लेकिन झारखंड विकास मोर्चा जब भी सत्ता में आएगा तो इस मामले की जांच जरूर होगी। 2019 में इस मामले की जांच तय है। कोर्ट घसीटने की बात पर मरांडी ने कहा कि भाजपा चोरी भी कर रही, सीनाजोरी भी। हस्ताक्षर की जांच करा ले सरकार, हमारे लोग भी अपना हस्ताक्षर मिलवा लेंगे।

पत्रकारों ने पूछा, आप तो भाजपा में रहे हैं क्या ऐसी जानकारी पार्टी अध्यक्ष को लिखित देनी पड़ती है

पत्रकारों द्वारा यह पूछे जाने पर कि आप स्वयं भाजपा में रहे हैं और इसी पार्टी से मुख्यमंत्री तक बन चुके हैं। ऐसी किसी व्यवस्था की जानकारी आपको है जिसमें पार्टी अध्यक्ष को लिखित तौर पर ऐसे लेनदेन की जानकारी देनी पड़ती है, मरांडी ने कहा, आप भाजपा से ही पूछ लीजिए।

जयंत सिन्हा ने जो काम किया है वह अपराध की श्रेणी में

रामगढ़ में मॉब लिंचिंग हत्या के दोषियों को केंद्रीय राज्यमंत्री जयंत सिन्हा द्वारा माला पहनाने के मुद्दे पर मरांडी ने कहा कि जो लोग दोषमुक्त नहीं हुए हैं उन्हें सम्मानित करना यह बता रहा है कि इसके पीछे कोई न कोई ताकत है। उन्होंने कहा कि यह अपराध की श्रेणी में हैं। लोगों को कोर्ट से बेल मिला है वे अपराध मुक्त नहीं हुए हैं। 


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