बाबूलाल को कांग्रेस दिखाएगी बाहर का रास्ता, नहीं माने तो महागठबंधन से होंगे OUT
Babu Lal Marandi. झारखंड में विपक्षी महागठबंधन के फार्मूले को लेकर नाराज पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी को कांग्रेस पार्टी बाहर का रास्ता दिखा सकती है।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड में विपक्षी महागठबंधन के फार्मूले को लेकर नाराज पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। बाबूलाल मरांडी तीन सीटों कोडरमा, गोड्डा और पलामू के लिए अड़े हैं। जबकि उन्हें गोड्डा छोड़कर दोनों सीटें देने पर महागठबंधन के भीतर सहमति बन गई है। बाबूलाल मरांडी महागठबंधन के नेतृत्व को लेकर संशय में हैं।
गुरुवार को नई दिल्ली में जैसे ही महागठबंधन का एलान हुआ तो झारखंड विकास मोर्चा के प्रमुख बाबूलाल मरांडी ने तेवर कड़े कर लिए। बाबूलाल मरांडी जहां आम चुनाव में तीन सीटें लेने पर अड़े हैं वहीं वे विधानसभा चुनाव में खुद को भी बतौर सीएम प्रोजेक्ट करना चाहते हैं। जबकि महागठबंधन का फार्मूला इस आधार पर तय किया गया है कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और विधानसभा चुनाव में झामुमो के हाथों में नेतृत्व रहेगा।
नई दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और हेमंत सोरेन की बीच हुई मुलाकात और सीटों पर आपसी सहमति से भी वे नाराज हैं। अगर उनकी नाराजगी बरकरार रही तो वे अलग भी किए जा सकते हैं। उन्हें दो से ज्यादा सीटें देने पर सहमति नहीं बनेगी। बाबूलाल को गोड्डा सीट चाहिए हर हाल में बाबूलाल मरांडी अपने खास सिपहसालार प्रदीप यादव के लिए गोड्डा सीट चाहते हैं। पेंच इसी सीट को लेकर ज्यादा है। कांग्रेस किसी हाल में यह सीट नहीं छोड़ना चाहती है।
कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने दो टूक कहा है कि पिछले चुनाव में मोदी लहर के बावजूद कांग्रेस प्रत्याशी फुरकान अंसारी ने बेहतर प्रदर्शन किया था। यह सीट कांग्रेस कोटे की है और पार्टी इसे झारखंड विकास मोर्चा के लिए नहीं छोड़ेगी। इधर, डैमेज कंट्रोल की कोशिश भी, मनाने का दौर कांग्रेस ने गुरुवार को डैमेज कंट्रोल की कोशिश भी की। प्रदेश अध्यक्ष डा. अजय कुमार और प्रभारी आरपीएन सिंह के निर्देश पर पूर्व केंद्रीयमंत्री सुबोधकांत सहाय उन्हें मनाने पहुंचे।
डिबडीह स्थित झाविमो के दफ्तर में दोनों नेताओं के बीच बातचीत हुई। सुबोधकांत सहाय ने कहा है कि झारखंड में काग्रेस, जेएमएम, जेवीएम और राजद का महागठबंधन एक साथ मिलकर चुनाव लड़ेगा। महागठबंधन का उद्देश्य भाजपा के झूठ के साम्राज्य को ध्वस्त करना है। इसमें सभी घटक दल एकजुट हैं। उधर प्रदेश कांग्रेस मीडिया प्रभारी राजेश ठाकुर ने कहा कि बाबूलाल मरांडी राज्य के सम्मानित नेता हैं। विपक्षी महागठबंधन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। विवाद को आपसी समझ से सुलझा लिया जाएगा।