जानिए, इस साल बैंड-बाजा-बारात की कब से रहेगी धूम, क्या है ट्रेंड में
शादी का शुभ मुहुर्त खरमास खत्म होने के साथ ही शुरू हो जाएगा।
सलोनी, रांची। शादी-विवाह के मौसम की शुरुआत कुछ ही दिनों में होने वाली है। शादी का मतलब धूम-धड़ाका, मस्ती और डांस आदि होता है। शहर में भी आने वाले शादी के सीजन को लेकर बाजार में उछाल है। कपड़ा और ज्वेलरी आदि की दुकानों में भीड़ बढ़ गई है। बैंड ग्रुप का पूरा शेड्यूल बुक है। शहर के बैंक्वेट हॉल और होटल आगामी कई दिनों तक बुक हैं। टेंट हाउस और कैटरर्स की बुकिंग में भी मुश्किल हो रही है। इसका सकारात्मक प्रभाव कारोबार पर पड़ रहा है। आगामी सीजन के लिए सारी जगहों पर बड़े पैमाने पर बुकिंग हो रही है।
साड़ियों और लहंगों का नया कलेक्शन
साड़ी विक्रेता सतीश का कहना है कि बाजार में नया माल आ गया है। दुकानों में सामान्य दिनों की तुलना में ढ़ाई से तीन गुना ज्यादा साड़ियों और लहंगों की बिक्री हो रही है। रेडीमेड सूट और शेरवानी की माग भी कई गुना बढ़ी है। बाजार के जानकारों के अनुसार अकेले इस सीजन में शादियों का कपड़ा बाजार उछाल पर है। शहर के डिजाइनर स्टोर में भी खास कलेक्शन आजकल लोग कस्टमाइज्ड और डिजाइनर कलेक्शन पहनना पसंद करते हैं। शहर की डिजाइनर संगीता मोदी कहती हैं कि युवतिया अपनी पसंद के अनुसार लहंगा डिजाइन कराना पसंद करती हैं, लेकिन हमारे पास रेडीमेड भी कई कलेक्शन मौजूद हैं। ब्राइडल लहंगे की कीमत 45,000 रुपये से शुरू है और इसमें लाइट रंग से लेकर वाइन रेड जैसे डार्क रंग भी उपलब्ध हैं।
ये हैं ट्रेंड में
फिश कट लहंगा
आजकल फिशकट लहंगा चलन में है। यह न सिर्फ दुल्हनों, बल्कि लड़कियों में भी बड़ा ही फेमस है। अगर आपका फिगर स्लिम है तो आपके ऊपर फिशकट लहंगा बहुत सूट करेगा। इस वेडिंग सीजन में आप इस स्टाइल को ट्राय कर सकती हैं।
मुगल ब्राइडल लुक लहंगा
मुगल ब्राइडल लुक लहंगा भी बहुत अधिक पसंद किया जाता है। इस लहंगे को मुगल स्टाइल में डिजाइन किया गया है। गोटा और जरी वर्क के साथ इसका लुक बिलकुल मुगल स्टाइल में दिया गया है।
राजस्थानी लहंगे में रहती है कारीगरी
राजस्थानी लहंगे में बहुत ही भारी कारीगरी की जाती है। यह लहंगा भी बहुत ही खूबसूरत लुक देता है। अगर आप भी अपनी शादी में राजस्थानी लहंगा ट्राय करें तो यह बहुत ही अच्छा लुक देगा।
ट्रेंड में है शरारा लहंगा
शरारा पहले भी काफी चलन में था और आज भी यह फिर से ट्रेंड में है। आप अपनी शादी में शरारा लहंगा भी ट्राय कर सकती हैं। यह लहंगा भी आपकी खूबसूरती को बहुत अधिक निखार देगा। शरारा लहंगे को बेहतरीन ढंग से डिजाइन किया जाता है और यह बहुत ही खूबसूरत लुक देता है। इंडो वेस्टर्न स्टाइल का लहंगा आजकल कई लड़किया ऐसी भी हैं, जो पारंपरिक लहंगा नहीं पहनकर मॉडर्न लहंगा पहनना चाहती हैं। ऐसी स्थिति में आप इंडो वेस्टर्न लुक का लहंगा भी ट्राय कर सकती हैं। इस तरह के लहंगे भी आजकल मार्केट में ट्रेंड में है।
मखमली लहंगा
मखमली लहंगा भी खुद में बहुत ही खूबसूरत होता है। इस तरह के लहंगे के साथ मखमल का ब्लाउज बहुत ही खूबसूरत लगता है। इसमें पूरे लहंगे में कढ़ाई की होती है। यह बहुत ही बेहतरीन लुक देता है। मखमली लहंगा का कपड़ा बहुत ही मुलायम और सॉफ्ट होता है। लहंगा पर छाया कशमीरी वर्क इस बार लहंगा पर कशमीरी वर्क खूब पसंद किया जा रहा है। कशमीरी वर्क में गोटा व जरी का बहुत इस्तेमाल होता है। सिल्वर का काम भी इस लहंगे पर किया जाता है।
किसनी, कितनी कीमत
कश्मीरी वर्क लहंगा : 35,000- 1लाख
मखमली लहंगा : 40,000- 80,000
इंडो वेस्टर्न स्टाइल लहंगा : 30,000- 65,000
राजस्थानी लहंगा : 45,000- 70,000
पहले से बुक हैं बैंड-बाजा
बैंड संचालक पहले से ही बुक हैं। शहर में कई छोटे-बड़े बैंड संचालक हैं। अभी 16 लोगों का बैंड दल 10 से 15 हजार चार्ज कर रहा है। लाइट का खर्च 4 से 5 हजार रुपये अलग है। ज्यादातर बड़े बैंड दल संचालक 20 से 25 हजार रुपये तक शुल्क ले रहे हैं। बैंड संचालक देवेन ने बताया कि यह सीजन अच्छा होने की उम्मीद कर रहे हैं। होटल और बैंक्वेट हॉल भी पहले से बुक शहर में बहुत से होटल हैं, जहा शादिया होती हैं और हॉल की व्यवस्था है। ये सभी पहले से बुक हैं। शहर में अभी 1000 से लेकर 5 हजार रुपये प्रतिदिन का कमरा भी मिल रहा है। बैंक्वेट हॉल में भी जो छोटे हॉल हैं, वह 1,10,000-1,50,000 रुपये और बड़े-बड़े बैंक्वेट हॉल 2,50,000 से लेकर 3,50,000 रुपये तक में उपलब्ध है।
टेंट और कैटरर के लिए मारामारी
शहर में बहुत से प्रमुख टेंट हाउस हैं। वर्तमान में एक भी टेंट संचालक या कैटरर खाली नहीं हैं। लोगों ने बुकिंग पहले से ही करा रखी है। रोजाना की 2 से 4 शादियों की बुकिंग तो है ही। ज्वेलरी कारोबार किसी भी शादी में सबसे महंगी चीज ज्लवेरी होती है। इसलिए सर्राफा बाजार में भी तेजी देखी जा रही है। ज्वेलरी व्यवसायियों का कहना है कि जितना सोचा है, उतनी उछाल अभी तक बाजार में नहीं आई है, लेकिन और दिनों के अनुसार लोगों की भीड़ बढ़ी है। नेकलेस, कंगन, रिंग, झुमकी, कमरधन और एंटीक ज्वेलरी का चलन भी है। शादी का कार्ड पहले जहां शादी के कार्ड्स को समारोह की जानकारी देने का जरिया माना जाता था, वहीं आज शादी के कार्ड स्टेटस सिंबल बन चुके हैं। अब लोग वेडिंग कार्ड्स पर भी जमकर पैसा लुटाते हैं। वहीं, कार्ड डिजाइनर्स भी लेटेस्ट डिजाइन बाजार में उतारने में लगे हैं।
कैसे-कैसे डिजाइन बॉक्स
स्टाइल वेडिंग कार्ड आजकल इस स्टाइल के वेडिंग कार्ड भी लोगों को खूब पसंद आते हैं। इसमें डिफरेंट स्टाइल बॉक्स के साथ ही वेडिंग कार्ड अटैच होता है। जिस पर सारा वेन्यू दिया जाता है और बॉक्स में मिठाई या ड्राई फ्रूट्स साथ ही दे दिए जाते हैं। कैरीकेचर वेडिंग कार्ड आजकल यंगस्टर्स को कैरीकेचर (कार्टून स्टाइल) वेडिंग कार्ड बहुत पसंद आ रहे हैं। इस तरह के वेडिंग कार्ड में वेन्यू के साथ होने वाले दुल्हा-दुल्हन की कार्टून स्टाइल में खूबसूरत फोटो लगाई जाती है।
थीम वेडिंग कार्ड
किसी खास थीम पर वेडिंग कार्ड बनवाना भी अच्छा आइडिया है। आप अपनी पसंद की थीम को वेडिंग कार्ड लुक दे सकते हैं। आप चाहे तो टेंपल, बीच, कमल के फूल, मोरपंख या पिकॉक स्टाइल की थीम का चुनाव कर सकते हैं।
मल्टी फोल्डिंग और राजसी कार्ड:
मल्टी फोल्डिंग और राजसी कार्ड भी लोगों की पसंद हैं। मल्टी फोल्डिंग कार्ड में दूल्हा-दुल्हन की विस्तृत जानकारी के साथ ही थ्री डी पिक्चर्स भी शामिल होती हैं। वहीं, राजाओं के संदेशों की तरह राजसी कार्ड सिल्क, जूट व रेशम के कपड़ों से बने होते हैं। इनकी कीमत 220 से 500 तक है। हैंडमेड कार्ड हाथों से बने हुए ये डिजाइनर कार्ड भी लोगों की पहली पसंद बने हुए हैं। खास पेपर और कलरफुल आइटम्स से तैयार ये कार्ड ईको फ्रेंडली भी होते हैं।
कीमत
बॉक्स कार्ड 24.50- 350 रुपये
टू फोल्डर कार्ड 4.25 - 80 रुपये
रोलिंग कार्ड 18.50 - 90 रुपये
बॉक्स थ्री डी 40- 350 रुपये
जानें, कब-कब है लगन
पंडित सुरेश मिश्र ने बताया की शादी का शुभ मुहुर्त अप्रैल माह की 14 तारीख को खरमास खत्म होने के साथ ही शुरू हो जाएगा, जो जुलाई की 11 तारीख तक चलेगा। अप्रैल महीने में 14 तारीख को ही पहला लगन है और उसके बाद 18, 19, 20, 26, 27, 28, 29, 30 तक अप्रैल माह में लगन है। मई में 1, 2, 5, 6, 11 व 12 तक लगन का शुभ मुहुर्त है। जून के 18, 19, 20, 21, 23, 25, 27, 29 व 30 तारीख तक शादी के लिए शुभ मुहूर्त है, वहीं इस बार ज्येष्ठ महीना दो बार पड़ रहा है। जुलाई में 5, 6, 9, 10 और 11 को लगन है।
फूलों की बढ़ी मांग
वैवाहिक कार्यक्रमों के दौरान ताजा फूलों का ही उपयोग किया जाता है। शादी मंडप, गाड़ी डिजाइन के अलावा अन्य साज सज्जा में लोग अब फूलों का अधिक प्रयोग करने लगे हैं। वैवाहिक कार्यक्रमों में फूलों की विशेष महत्ता होती है। खासकर बैंक्वेट हॉल और गाड़ी की सजावट के लिए फूलों की प्री-बुकिंग भी चल रही है। इनकी माग में बढ़ोत्तरी होने के साथ ही कीमत में भी उछाल आई है।