भाकपा ने कहा, बिहार में फिर से हो चुनाव; साधा निशाना
भाकपा के राष्ट्रीय सचिव अतुल अंजान ने पीएम नरेंद्र मोदी, नीतीश व बिहार के राज्यपाल पर निशाना साधा है।
राज्य ब्यूरो, रांची। बिहार में राजनीतिक उठापटक पर भाकपा के राष्ट्रीय सचिव अतुल अंजान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, नीतीश कुमार और बिहार के राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी पर तीखा प्रहार किया है। यहां पार्टी की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होने आए अंजान ने गुरुवार को कहा कि राष्ट्रपति को चाहिए कि वे बिहार के राज्यपाल को बर्खास्त करें। साथ ही, बिहार में फिर से विधानसभा चुनाव करा नया जनादेश प्राप्त किया जाए।
बिहार की घटना लोकतंत्र और संवैधानिक परंपरा को चुनौती है। रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति का पद ग्रहण करने के बाद संवैधानिक आचरण की बात कही थी लेकिन महज 24 घंटे में भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे शमशान तक पहुंचा दिया। प्रणब मुखर्जी अगर राष्ट्रपति रहते तो ऐसी चीजों की इजाजत कभी नहीं देते। अंजान ने कहा कि सदन में अल्पमत की बहुमत की सरकार, राष्ट्रपति व राज्यपालों की भूमिका के संबंध में सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक पीठ ने एसआर बोम्मई के मामले में सुविचारित निर्णय देते हुए व्याख्या की है।
कहा है कि सरकारों के बहुमत और अल्पमत का फैसला राष्ट्रपति या राज्यपालों के सामने सांसदों और विधायकों की परेड से नहीं होता है। यह सदन के अंदर बहुमत से सैद्धांतिक आधार पर होता है। बिहार में नीतीश के इस्तीफे के बाद सदन की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी को राज्यपाल को सरकार बनाने का न्यौता देना चाहिए था।
बिहार के कार्यकारी राज्यपाल ने सुप्रीम कोर्ट की नीतियों की अवहेलना कर पहले शाम पांच बजे, फिर 11 बजे और फिर 10 बजे आनन-फानन में नीतीश कुमार को सिर्फ तीन मिनट में शपथ दिलाकर वर्ल्ड रिकार्ड बनाया और खुद अस्पताल में भर्ती हो गए। केसरीनाथ त्रिपाठी राज्यपाल न होकर भाजपा के निचले दर्जे के कार्यकर्ता की तरह आचरण कर रहे हैं। राष्ट्रपति को चाहिए कि वे ऐसे राज्यपाल को बर्खास्त करें।
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