HEC के टेकओवर को पहुंची एटॉमिक रिसर्च की टीम, परमाणु ऊर्जा विभाग जुटाएगा देनदारी
HEC. एटमिक रिसर्च सेंटर एचईसी का अधिग्रहण कर रहा है। यहां की संपत्तियों और कर्मियों की देनदारी का लेखा-जोखा जुटाया जा रहा है।
रांची, जासं। परमाणु ऊर्जा मंत्रालय ने एचईसी को टेकओवर करने की दिशा में पहल शुरू कर दी है। इसे लेकर इंदिरा गांधी सेंटर फॉर एटॉमिक रिसर्च की टीम शुक्रवार को एचईसी का जायजा लेगी। जानकारी हो कि परमाणु ऊर्जा विभाग एचईसी का अधिग्रहण करने वाला है। अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी करने के लिए लगातार टीमें रांची आकर एचईसी का जायजा लेकर विभिन्न पहलुओं का आकलन और अध्ययन कर रही हैं।
दो दिनों तक टीम एचईसी में रहेगी और पदाधिकारियों के संग बैठक करेगी, जहां पदाधिकारी पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन भी देंगे। टीम के दौरे को लेकर एचईसी ने तैयारी पूरी कर रखी है। इसे लेकर एचएमबीपी, एफएफपी और एचएमटीपी की रंगाई-पुताई के साथ-साथ लाइटिंग की पूरी व्यवस्था की गई है। अच्छा दिखने के लिए सड़कों की मरम्मत सहित अन्य मेंटेनेंस के कार्य किए गए हैं।
एचईसी प्रबंधन ने विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए हैं। कुछ माह पहले मंत्रालय ने एचईसी की स्थिति के आकलन के लिए एचईसी की संपत्ति और देनदारी का ब्यौरा मांगा था। इसे लेकर पीएमओ में मंथन भी हुआ था। एचईसी को संभालने के पहले परमाणु ऊर्जा विभाग इसकी आर्थिक स्थिति, वर्क ऑर्डर, उत्पादन की दृष्टि से प्लांटों की खासियत, कर्मचारियों की संख्या और कर्मचारियों के बकाए की स्थिति इसकी संपत्ति आदि के बारे में पूरी तरह टटोल लेना चाहता है, ताकि एचईसी को दौड़ाने के लिए ठोस कार्रवाई की जा सके।
उल्लेखनीय है कि एचईसी ने अपने विभिन्न विभागों से पूरी जानकारी मांगी थी, ताकि समय पर पूरी जानकारी मंत्रालय को भेजी जा सके। एचईसी ने अपनी डाटा इंट्री में प्लांट में उत्पादन की स्थिति और किस्में, प्लांट में काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या उपलब्ध कराई थी। इसमें स्थायी और अस्थायी कर्मचारियों की संख्या, एचईसी के समक्ष उपलब्ध वर्क ऑर्डर की स्थिति, निगम के कामगारों का बकाया, एचईसी क्वार्टरों की संख्या आदि तमाम सूचनाएं सूचीबद्ध कर मंत्रालय को दी जा चुकी है।
यूनियन चाहती है हो जाए टेकओवर : हटिया प्रोजेक्ट वर्कर्स यूनियन के महामंत्री राणा संग्राम सिंह ने कहा कि यूनियन चाहती है कि टेकओवर हो जाए। गुरुवार को यूनियन की कार्यकारिणी की बैठक में कहा कि एचईसी एक ऐसा सार्वजनिक उपक्रम है, जो परमाणविक ऊर्जा सहित सभी कोर सेक्टर के उपकरणों के उत्पादन की क्षमता रखता है। इसलिए भारत सरकार को इसे हर तरह का सहयोग देना चाहिए। मान्यता प्राप्त यूनियन भारत सरकार से अनुरोध पत्र के माध्यम से करेगी कि एचईसी को परमाणविक ऊर्जा के साथ जोड़ें, ताकि विदेशी मुद्रा की बचत भी हो तथा एचईसी दौडऩे लगे।
इसलिए आई टेकओवर की नौबत : - पिछले कई वर्षों से घाटे में चल रही है। - कर्मचारियों को वेतन देने तक के लाले।-मशीनें हो चुकीं हैं काफी पुरानी।- कई प्लांट के शॉप को नहीं मिल रहा वर्कआर्डर।-दिनों दिन स्थाई कर्मचारियों की संख्या घटती जा रही है अब सिर्फ 1500 बचे हैं।- मशीनों के आधुनिकीकरण के लिए चाहिए 1200 करोड़ रुपये की जरूरत।