आयुष्मान भारत के लाभुकों से मिले अर्जुन मुंडा, प्रत्येक लाभार्थी को बताया ब्रांड एंबेसडर Ranchi News
Jharkhand. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि गांव-गांव टोले-टोले तक पहुंचाएं इस योजना की जानकारी। ताकि अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ मिले।
रांची, राज्य ब्यूरो। जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने आयुष्मान भारत के प्रत्येक लाभार्थी को इस योजना का वास्तविक ब्रांड एंबेसडर बताया है। शनिवार को ओल्ड सर्किट रांची में आयुष्मान भारत के लाभार्थियों से संवाद के दौरान अर्जुन मुंडा ने कहा कि सभी लाभार्थी, जो इस योजना से लाभांवित हुए हैं, गांव-गांव, टोले-टोले तक इस स्वास्थ्य योजना की जानकारी लोगों तक पहुंचाएं, ताकि अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ मिले।
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री ने आयुष्मान भारत के लाभुकों से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की, लाभुकों ने अपने अनुभव भी साझा किए। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आप सभी आयुष्मान भारत के ब्रांड एंबेसडर की भूमिका निभाएं और मै आपके एंबेसडर के रूप में प्रधानमंत्री तक आपकी बात पहुंचाऊंगा। मुंडा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कैबिनेट की बैठक में हमसे कहते हैं कि आप सभी आयुष्मान भारत के तहत इलाज करने वाले लोगों से मिलें और उनके अनुभवों को जानें व समझें।
मुंडा ने कहा कि यह दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना है। आज पूरी दुनिया में भारत का नाम हो रहा है। इस योजना के तहत प्रति सेकेंड किसी न किसी गरीब का इलाज हो रहा है। प्रधानमंत्री खुद लाभार्थियों का ब्योरा रखते हैं। जिस किसी का भी इलाज होता है, उसका ब्योरा प्रधानमंत्री कार्यालय तक चला जाता है। प्रधानमंत्री हम लोगों के माध्यम से आपका सभी का फीडबैक भी लेते हैं। पीएम चाहते हैं कि देश स्वस्थ्य हो, समृद्ध हो। मुंडा ने कहा कि यह योजना हर समुदाय के लिए हैं, क्योंकि बीमारी की कोई जाति नहीं होती।
हार्ट सर्जरी का विशेष रूप से उल्लेख करते हुए केंद्रीय मंत्री ने बताया कि रांची शहर में 299 लोगों की सफल हार्ट सर्जरी सिर्फ एक अस्पताल में हुई है। महावीर मेडिका के डॉ. कुणाल ने भी मरीजों के इलाज के क्रम में हुए अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि सरकारें पहले भी थीं, लेकिन कभी ऐसी स्वास्थ्य योजना नहीं आई थी कि मरीज आए और उसका इलाज तुरंत शुरू हो जाए। इस मौके पर आयुष्मान भारत के कार्यकारी निदेशक प्रभात कुमार और मीरा मुंडा भी उपस्थित थीं।
आयुष्मान भारत के लाभार्थियोंं ने साझा कि अपने अनुभव
आयुष्मान भारत के लाभार्थियों ने अपने अनुभव साझा किए। इस योजना के तहत अपने पिता का इलाज करा चुके संतोष तिवारी ने भावुक होते हुए बताया कि जिस परिवार का मुखिया बीमार हो और उसका इलाज बिना पैसे हो जाए, उससे पूछिए कि मोदी सरकार ने क्या किया है। राजू कुमार ने बताया कि उनका और उनकी बहन का एक साथ इलाज इस योजना के तहत हुआ है।
गिरिडीह के पांच वर्षीय बच्चे आर्यन के मामा सुजीत कुमार ने बताया कि आयुष्मान भारत ने एक छोटे से बच्चे को नई जिंदगी दी है। मो. नसीम, माखन राव, पुतुल देवी, ममता देवी, गजाधर सावा व गिरिडीह की सुनीता कुमारी ने भी इलाज के दौरान हुए अपने अनुभव साझा किए।