Chhath Puja 2021: रांची के छठ घाटों पर उमड़ा आस्था का जनसैलाब, उगते सूर्य को अर्पित किया गया अर्घ्य
Jharkhand News Chhath News उदीयमान सूर्य को अर्घ्य के साथ छठ महापर्व संपन्न हो गया। रांची के चडरी तालाब करमटोली तालाब कांके डैम तिरिल तालाब धुर्वा डैम आदि स्थानों पर छठव्रतियों ने पूजा की। करमटोली तालाब में बैलून के जरिये डेंजर जोन बनाया गया था।
रांची, जासं। उदीयमान सूर्य को अर्घ्य के साथ गुरुवार को आस्था का महापर्व छठ संपन्न हो गया। लोगों ने घर से लेकर घाट तक भगवान को अर्घ्य दिया। मौसम विभाग के अनुसार, रांची में सूर्योदय का समय सुबह छह बजे था। व्रती इसी के अनुसार छठ घाटों पर भगवान के दर्शन की अभिलाषा में खड़े थे। घाटों पर कई व्रती भगवान के दर्शन की अभिलाषा से पानी में भी खड़े दिखाई दिए। सुबह करीब चार बजे से वर्तियों का घाट पर पहुंचना शुरू हो गया था। शहर में सुरक्षा को लेकर पुलिस भी सुबह से तैनात दिखी।
चडरी तालाब
चडरी तालाब में अर्घ्य देने के लिए व्रती सुबह तीन बजे से पहुंचना शुरू हो गए थे। घाट के किनारे कई लोग कोसी सजाकर भगवान के दर्शन का इंतजार करते दिखे। केंद्रीय सरना समिति और चडरी छठ पूजा समिति के द्वारा व्यापक इंतजाम किया गया था। यहां व्रतियों को अर्घ्य देने के लिए दूध की भी व्यवस्था की गई थी। शाम की तरह सुबह भी भीड़ देखने को मिली। समिति के सेवक घाट पर भीड़ को नियंत्रित कर रहे थे। यहां समिति के द्वारा व्रतियों के लिए नहाने के बाद कपड़ा बदलने की अलग से व्यवस्था की गई थी।
करमटोली तालाब
करमटोली तालाब में भी व्रती सुबह चार बजे से पहुंचना शुरू हो गए थे। यहां बैलून के जरिये तालाब में डेंजर जोन बनाया गया था। समिति के लोगों के द्वारा व्रतियों को लगातार मास्क लगाने और पानी में ज्यादा अंदर न जाने का निर्देश दिया जा रहा था। सुबह भी घाट के किनारे मेले सा दृश्य देखने को मिला। तालाब किनारे कई व्रती दंडवत करते हुए पहुंचे। साथ ही कई लोग मास्क और अर्घ्य के लिए दूध बांटते हुए दिखे। यहां सुबह भी वैक्सीनेशन कैंप के लोग सक्रिय दिखे।