रांची से अपहृत व्यवसायी चितरंजन पटना में मुक्त, भागकर पहुंचे बिहटा थाना
Ranchi Based Businessman Chitranjan Found in Bihar. रांची के अपर बाजार के व्यवसायी चित्तरंजन सिंह को एक मार्च को आरा से अगवा कर लिया गया था। 10 दिनों बाद वे मुक्त हो गए।
रांची, जासं। रांची के अपर बाजार के व्यवसायी चित्तरंजन सिंह (49 वर्ष) बीते एक मार्च को आरा से अगवा कर लिए गए थे। 10 दिनों बाद वे रविवार की रात अपहर्ताओं के चंगुल से भाग निकले। वह रेलवे लाइन के किनारे चलते हुए सोमवार की सुबह बिहटा थाना (पटना) पहुंचे। उन्होंने थानेदार को पूरी घटना की जानकारी दी। इसके बाद थानेदार ने आरा पुलिस को सूचना दी। इधर रांची कोतवाली थाने को भी सूचित कर दिया गया है। साथ ही व्यवसायी को उसकी पत्नी पूजा सिंह और ससुर हरिकिशोर सिंह से फोन पर बुलाया। इसके बाद आरा के नवादा थाना की पुलिस के साथ भेज दिया गया।
सोमवार की देर शाम ससुर हरिकिशोर सिंह भी अपने रिश्तेदार को लेकर नवादा थाना पहुंचे। वह चित्तरंजन को लेकर रांची के लिए निकल चुके हैं। चित्तरंजन मूलत: आरा के गजराजगंज थाना के मसाढ़ गांव के रहनेवाले हैं। रांची के अपर बाजार में ही रहते हैं। उनके अपहरण के बाद रांची के कोतवाली थाना को भी परिजनों ने सूचना दी थी। अगवा व्यवसायी चित्तरंजन ने नवादा पुलिस को बताया कि ग्रामीण अशोक सिंह ने फोन कर उन्हें एक मार्च को आरा बुलाया था।
वह सुबह करीब 6.30 बजे आरा बस स्टैंड पहुंचे। उन्होंने अपनी पत्नी को फोन कर आरा पहुंचने की सूचना दी।थोड़ी देर बाद ही एक स्कॉर्पियो से दो लोग उतरे और उसका अपहरण कर लिया। वे लोग 10 दिनों तक व्यवसायी को अलग-अलग ठिकानों पर रखा। रविवार की रात करीब 12 बजे मौका देख उनके चंगुल से भाग निकले और बिहटा थाना पहुंच गए।
जमीन विवाद में हुआ था अपहरण : पुलिस की पड़ताल में यह बात सामने आयी है कि चितरंजन को जमीन विवाद में अगवा किया गया था। जिन चार लोगों ने पूर्व में व्यवसायी चित्तरंजन सिंह से जबरन जमीन का एग्रीमेंट कराया था, उनमें से एक जमीन दलाल कल्लू एक मार्च से ही गायब है। व्यवसायी के मुताबिक आरा जिले के गजराजगंज थाना क्षेत्र में करीब 90 डिसमिल जमीन है।
इसमें चित्तरंजन सिंह का आधा हिस्सा है। वहीं 45 डिसमिल जमीन इनके दोनों सौतेले भाइयों का है। राष्ट्रीय राजमार्ग निकल जाने से जमीन की कीमत करोड़ों हो गयी है। दोनों सौतेले भाई रांची के अपर बाजार में ही रहते हैं। वे उक्त जमीन को बेचने के लिए आरा गये हुए थे। उसी दौरान अगवा कर लिया गया।