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सोशल मीडिया से सहयोग लेकर शुरू किया अभियान अन्नदान, सवा लाख लोगों को अब तक कराया भोजन

लॉक डाउन की अवधि के दौरान विभिन्न सामाजिक संगठनों ने बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 25 May 2020 02:54 AM (IST)Updated: Mon, 25 May 2020 06:15 AM (IST)
सोशल मीडिया से सहयोग लेकर शुरू किया अभियान अन्नदान, सवा लाख लोगों को अब तक कराया भोजन
सोशल मीडिया से सहयोग लेकर शुरू किया अभियान अन्नदान, सवा लाख लोगों को अब तक कराया भोजन

जागरण संवाददाता, तुपुदाना : लॉक डाउन की अवधि के दौरान विभिन्न सामाजिक संगठनों ने बढ़-चढ़कर गरीब और जरूरतमंद लोगों की सेवा की। इसी दौरान धुर्वा इलाके में असहाय लोगों के लिए अन्नदान अभियान की शुरुआत की गई। इसमें अब तक सवा लाख लोगों को भोजन कराया जा चुका है। इस अभियान की शुरुआत गत 28 मार्च को हुई। धुर्वा के प्रभात रंजन और अमर आर्या एवं अन्य लोगों को धुर्वा थाना से सूचना मिली कि खूंटी की ओर से गढ़वा जाने के लिए लगभग 40 लोगों का जत्था धुर्वा पहुंचने वाला है। इन लोगों के लिए रात में खाने की व्यवस्था करनी होगी। अमर आर्या ने प्रभात के साथ मिलकर इसकी व्यवस्था की। फिर से अभियान के रूप में अपना लिया। प्रभात और अमर ने सोशल मीडिया के जरिए लोगों से सहयोग मागा। कुछ राशि प्राप्त हुई। 29 मार्च इसकी शुरुआत कर दीजिए। पहले दिन 102 लोगो को खिचड़ी का वितरण किया गया। सामुदायिक भवन में इसका वितरण किया गया। इसके बाद अन्नदान केंद्र में प्रतिदिन जरूरतमंद लोगों का हुजूम जुटने लगा। सुबह से ही शारीरिक दूरी बनाते हुए गोल घेरे के अंदर खड़े होकर भोजन प्राप्त करते आ रहे हैं।

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इनका रहा विशेष योगदान

इस अभियान को आगे बढ़ाने में

आशा गुप्ता,संजय सेंगर, डॉ. सुनीता मिंज, डॉ. शाति मंडल, डॉ. जेके मित्रा, एन एस थॉमस ,उच्च न्यायालय के कर्मी अभिमन्यु और चंदन, संजय साहू, दीपक कुमार,संत थॉमस स्कूल, गुमला में पोस्टेड नर्स विमला कुजूर, मंजीत सिंह सहित अन्य लोगों का अहम योगदान है।

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टीम भावना से करते है काम

अमर आर्या खाना बनाने का कार्य करते हैं। गर्मी के बावजूद हर दिन भोजन तैयार किया जाता है। इसमें सभी स्टाफ सहयोग करते हैं। प्रतिदिन रजिस्टर मेंटेन होता है। लोग कतारबद्ध होकर एक तरफ से खाना लेते हैं और दूसरी तरफ से चले जाते हैं।

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पशु पक्षियों को भी मिलता है भोजन

भोजन तैयार करने के बाद जो अवशिष्ट बच जाता है। उसे पशु पक्षियों और जानवरों के बीच रख दिया जाता है। सड़कों पर घूमने वारी गाय को खिलाया जाता है। भोजन वितरण के बाद बचे भोजन को धुर्वा क्षेत्र के अलग-अलग जगहों पर कुत्तों को खाने के लिए रखा जाता है। पक्षियों के बीच भी दाना डाला जाता है। हर दिन इस कार्य में अभय झा, शैलेश कुमार, विकास कुमार, पारस नाथ मिश्रा, राजू , बिरसा भगत, पंकज कुमार पप्पू, राजकिशोर गुप्ता, जुगल किशोर, उमेश यादव,मनोज मिश्रा, वीणा मिश्रा सहयोग करते हैं।


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