युवती को अगवा करने के दौरान गोलीबारी कांड में घायल दिलीप के बयान पर प्राथमिकी
रांची/नामकुम नामकुम के गिरजाकोचा में लड़की को अगवा करने का विरोध में मारी गई गोली कांड के बाद घायल दिलीप के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। पुलिस आरोपित की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।
जागरण संवाददाता, रांची/नामकुम : नामकुम के गिरजाकोचा में लड़की को अगवा करने का विरोध करवाने पर गोलीबारी करने वाला आर्यन भगत फरार है। पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आर्यन का असली नाम सुरेंद्र उरांव है। वह गुमला के बिशुनपुर का रहने वाला है। इन दिनों नाम बदलकर अरगोड़ा पंचम नगर में रह रहा था। पुलिस उसकी तलाश में छापेमारी कर रही है। पुलिस के अनुसार गोलीबारी की घटना प्रेमिका को अगवा करने का विरोध करने पर हुई है। आरोपित सुरेंद्र उराव उर्फ आर्यन भगत और युवती में पिछले दो सालों से प्रेम प्रसंग चल रहा है। युवती पिठोरिया की रहने वाली है। वह अपने मामा प्रवीण आइंद के घर लोवाडीह गिरजाकोचा में रहकर पढ़ाई कर रही है। गुरुवार को दिन में युवती आर्यन के साथ उसके अरगोड़ा स्थित मकान गई थी। इस दौरान आर्यन ने अत्यधिक शराब पी ली थी। इससे नाराज होकर युवती लोवाडीह स्थित अपने मामा के घर लौट गई थी। लौटने के बाद दोबारा वह नशे में धुत होकर पीड़िता को उठाने पहुंच गया था। उसे रोकने पर दिलीप को गोली मार दी थी। इधर दिलीप की स्थिति गंभीर बनी हुई है। दिलीप के बयान पर नामकुम थाने में सुरेंद्र उरांव उर्फ आर्यन पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। जबरन शादी के लिए अगवा कर ले जा रहा था युवक:
युवती के मामा के घर किराए पर घर लेकर दिलीप रहता था। वारदात में वो घायल हो गया था। उसने पुलिस को बताया कि गुरुवार कि रात लगभग 9 बजे सुरेंद्र उराव उर्फ आर्यन लोवाडही गिरजाकोचा लिची बगान स्थित प्रवीण आइंद के घर पहुंचा। इस दौरान जबरन युवती को शादी के लिए अगवा कर ले जाने लगा। इसपर प्रवीण ने पढ़ाई के बाद शादी कराने की बात कही, लेकिन आर्यन जबरन ले जा रहा था। इसपर युवती शोर मचाने लगी। शोर सुनकर आसपास के लोग इकट्ठा होने लगे। युवती को ले जा रहे आर्यन को जब दिलीप ने पकड़ने का प्रयास किया तो आर्यन ने कमर से पिस्तौल निकाल कर गोली मार दी। एक गोली चलाने के बाद दूसरे व्यक्ति पर भी फायरिग की। लेकिन गोली नहीं लगी। इसके बाद अपनी मोटरसाइकिल छोड़ मौके से फरार हो गया। आर्यन के अपराधिक इतिहास खंगाल रही पुलिस
सुरेंद्र अपना पहचान छुपाकर अरगोड़ा में रह रहा था। राची में सभी उसे आर्यन भगत के नाम से जानते हैं। जबकि गुमला में आर्यन नाम से कोई नहीं पहचानता है। लोगों के अनुसार आर्यन अपराधिक प्रवृति का है। गुमला में उसके खिलाफ अपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस सुरेंद्र की अपराधिक इतिहास भी खंगाल रही है। इंस्पेक्टर प्रवीण कुमार ने बताया कि आरोपित की गिरफ्तारी के छापेमारी की जा रही है।