अमित शाह की हुंकार, अबकी बार 350 पार
अमित शाह ने कहा कि आप सभी पिछले एक साल से विभिन्न क्षेत्रों में लगन और ईमानदारी से काम कर रहे हैं, यह बड़ी उपलब्धि है।
रांची, राज्य ब्यूरो। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने 2019 के चुनावों में पूर्णकालिक विस्तारकों की भूमिका को अहम बताते हुए उनका मनोबल बढ़ाया है। बुधवार को प्रदेश कार्यालय में विस्तारकों के साथ हुई बैठक में उन्होंने अबकी बार 350 पार के पार्टी के संकल्प को दोहराया और इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए झारखंड की सभी 14 लोकसभा सीटें जीतने की बात कही। भाजपा ने चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर राज्य की सभी 81 विधानसभा सीटों पर 81 विस्तारकों की नियुक्ति की है।
शाह बुधवार को भाजपा के प्रदेश कार्यालय में इनसे मुखातिब थे। अमित शाह ने कहा कि आप सभी पिछले एक साल से विभिन्न क्षेत्रों में लगन और ईमानदारी से काम कर रहे हैं, यह बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने केंद्र व राज्य सरकार की उपलब्धियों और सरकार द्वारा अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, गरीबों, किसानों और आम लोगों के हितों में किए जा रहे कार्यों से आम लोगों को अवगत कराने को कहा। कहा, जमीनी स्तर पर काम कर अंतिम व्यक्ति तक विकास पहुंचे, आप सभी का एयरपोर्ट के बाहर कार्यकर्ताओं का अभिवादन करते राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ’ यह प्रयास होना चाहिए।
आदिवासियों को बनाया सिर्फ वोट बैंक : रघुवर
ख्यमंत्री रघुवर दास ने आदिवासी बुद्धिजीवियों की सभा को संबोधित करते हुए कहा कि देश की आजादी में सैकड़ों की संख्या में अनुसूचित जनजाति समुदाय के लोगों ने अपना बलिदान दिया लेकिन आजादी का श्रेय नेहरू परिवार को अधिक मिला। कांग्रेस ने आजादी के बाद से 60 वर्षों तक गरीबों और आदिवासियों को वोट बैंक बनाकर रखा। अब माहौल बदल रहा है। राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, गृह मंत्री राजनाथ सिंह वीर बिरसा मुंडा के गांव में प्रवास कर चुके हैं। अब आदिवासी समाज जाग गया है। कुछ राष्ट्रविरोधी शक्तियां, विकास विरोध शक्तियां समाज को तोड़ने का काम कर रही हैं। ऐसे में आदिवासी समाज के बुद्धिजीवी वर्ग की जिम्मेदारी अधिक बढ़ जाती है। पहली बार अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में आदिवासी मंत्रालय बना। संथाल भाषा को इसी दौरान आठवीं अनुसूची में शामिल किया गया। अब आदिवासी, दलित, शोषित और वंचित का सहारा सरकार बनी है जिसका नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं।
शाह ने विस्तारकों को सौंपे यह टास्क
-प्रत्येक दिन पांच गांवों का करें भ्रमण, ग्रामीणों से सीधा संपर्क स्थापित करें
-इन गांवों में से किसी एक गांव में करें प्रवास
-बूथ कमेटियों का गठन के साथ-साथ इन कमेटियों का सत्यापन भी करें
-बूथ स्तर पर नए सदस्य बनाएं और पुराने सदस्यों के सत्यापन का कार्य करें