मिशनरीज ऑफ चैरिटी के सभी आश्रय गृहों की होगी जांच
केंद्र सरकार ने देशभर में एमओसी के सभी आश्रय गृहों की जांच का निर्देश दिया है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। रांची में अपने बाल आश्रय गृह निर्मल हृदय से बच्चा बेचने के आरोपों में घिरी मदर टेरेसा की संस्था मिशनरीज ऑफ चैरिटी (एमओसी) की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। केंद्र सरकार ने देशभर में एमओसी के सभी आश्रय गृहों की जांच का निर्देश दिया है। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने इस बारे में सभी राज्यों को जरूरी कदम उठाने के लिए कहा है।
मंत्रालय ने राज्यों से ऐसे सभी संगठनों व संस्थानों की शिनाख्त करने का भी आग्रह किया है, जिनके गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल होने की आशंका है। इसी क्रम में उसने सभी प्रसूति अस्पतालों एवं अन्य जच्चा बच्चा केंद्रों पर नजदीकी नजर रखने के लिए कहा है, जिनके बच्चों की तस्करी में शामिल होने की संभावना है। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने राज्यों को इस बारे में इस महीने के अंत तक वस्तु-स्थिति रिपोर्ट जमा करने का भी निर्देश दिया है। मंत्रालय ने यह कदम महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी के उस आदेश के बाद उठाया, जिसमें उन्होंने मिशनरीज ऑफ चैरिटी द्वारा संचालित सभी बाल गृहों की तुरंत जंाच कराने का राज्यों को निर्देश दिया था।
मंत्रालय के अनुसार, राज्य सरकारों को यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि सभी पंजीकृत बाल गृह (सरकारी अथवा एनजीओ द्वारा संचालित) एक महीने के अंदर केंद्रीय दत्तक ग्रहण संसाधन प्राधिकरण (सीएआरए) से जुड़ जाएं। इतना ही नहीं उनके बारे में सभी जानकारियां शिशु दत्तक ग्रहण संसाधन सूचना एवं दिशा-निर्देश प्रणाली (केयरिंग्स) के पोर्टल पर भी उपलब्ध हो। सीएआरए देश में गोद लेने की प्रक्रिया को संचालित करने वाली शीर्ष ईकाई है।