दुष्कर्म के बाद गया था जेल, बाहर आने के बाद भी जारी है करतूत, पीड़िता का जीना कर दिया दूभर
यह घटना गुमला जिले की है। घटना वर्ष 2019 की है। चार दोस्तों ने शादी समारोह से युवती का अपहरण कर लिया था। नदी किनारे सामूहिक दुष्कर्म किया था। अब भी इनकी करतूत से पीड़िता परेशान है। आइए पढ़ते हैं पूरी कहानी।
गुमला, जागरण संवाददाता। कहते हैं कि वक्त हर जख्म का मरहम होता है, वक्त एक ऐसा मरहम होता है, जो बुरे से बुरे व्यक्ति को भी सुधार सकता है, लेकिन ये तभी होता है, जब व्यक्ति के अंदर भी सुधरने की इच्छा शक्ति होती है, लेकिन अगर उसके अंदर इच्छा शक्ति ही नहीं है, तो फिर ऐसे व्यक्ति का इलाज को वक्त भी नहीं कर सकता है. कुछ ऐसी ही घटना है गुमला की।
जेल से आने पर भी नहीं सुधरा
दरअसल, साल 2019 में गुमला में चार दोस्तों ने मिलकर एक शादी समारोह से एक युवती का अपहरण किया और उसे पारस नदी के किनारे लेकर सामूहिक दुष्कर्म किया। जिसके बाद सभी को जेल भेज दिया गया था। इसी में से एक हैवान का नाम था रमेश उरांव, जो तीन महीने पहले ही जेल से छूटकर आया था। लेकिन जेल से आने के बाद भी उसकी हरकतें कम नहीं हुई।
केस वापस लेने का बना रहा था दबाव
पुलिस ने बताया कि जेल से आने के बाद रमेश उरांव ने अपने दोस्त सुनील उरांव के साथ मिलकर युवती और उसके माता-पिता पर केस वापस लेने का दबाव बनाने लगा। केस वापस नहीं लेने पर जान से भी मारने की धमकी दिया। इसी बीच शुक्रवार की रात आरोपी रमेश उरांव और सुनील उरांव ने पीड़िता के घर का दरवाजा खटखटाया, लेकिन दरवाजा नहीं खोलने के बाद आरोपियों ने बाहर से ही पीड़िता के घर पर पत्थर फेंकने लगा, जिसके बाद अंदर से लोगों ने शोर मचाया, शोर की आवाज सुनकर वहां ग्रामीण इक्ट्टा हुए और आरोपियों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों के पास से एक देसी कट्टा, दो जिंदा गोली, एक मोबाइल और एक हीरोहोंडा मोटर साइकिल बरामद हुई है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जेल भेज दिया है।