मनोरोग ठीक करने वाले RINPAS को ढूंढ़े नहीं मिल रहा निदेशक, सरकार का सिरदर्द बढ़ा
सातवीं बार विज्ञापन निकालने के बाद राज्य के प्रतिष्ठित मनोचिकित्सा संस्थान की स्थिति यह है कि रिनपास निदेशक के लिए महज दो आवेदन आए हैं।
रांची, राज्य ब्यूरो। राज्य के प्रतिष्ठित मनोचिकित्सा संस्थान रांची इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूरो साइकेट्री एंड एलायड साइंसेज (रिनपास) में निदेशक पद पर नियुक्ति में राज्य सरकार को एक बार फिर निराशा हाथ लगी है। सातवीं बार विज्ञापन जारी किए जाने के बावजूद इस पद पर नियुक्ति के लिए मनोचिकित्सकों ने अपनी इच्छा नहीं जताई। इस कारण इस बार भी इस पद के लिए महज दो आवेदन मिले।
स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के अनुसार, रिनपास के निदेशक पद पर नियुक्ति के लिए वर्तमान कार्यकारी निदेशक सुभाष सोरेन तथा पूर्व कार्यकारी निदेशक जयती सिमलई ने आवेदन दिए हैं। इनमें से जयती सिमलई का आवेदन विभाग को निर्धारित समय के बाद मिला। इसे देखते हुए सरकार ने आवेदन की तिथि बढ़ाते हुए नए सिरे से आवेदन आमंत्रित किया है।
बता दें कि राज्य सरकार कई वर्षों से इस पद पर स्थायी नियुक्ति के लिए प्रयास कर रही है। इस क्रम में पूर्व में छह बार विज्ञापन जारी किए गए। इतना ही नहीं, देश के सभी बड़े मनोचिकित्सा संस्थानों को भी विज्ञापन की प्रति भेजते हुए अधिक से अधिक मनोचिकित्सकों को इस पद के लिए आवेदन देने की अपील की गई। इसके बावजूद कभी एक आवेदन आया तो कभी दो।
वह भी रिनपास के पूर्व कार्यकारी निदेशकों या अन्य मनोचिकित्सकों द्वारा ही आवेदन दिए गए। इधर, निदेशक पद पर नियमित नियुक्ति नहीं होने से कार्यकारी व्यवस्था के तहत इस पद का प्रभार दिया जाता रहा है। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने भी कई बार इसे लेकर सवाल उठाते हुए निदेशक पद पर स्थायी नियुक्ति का निर्देश दिया है।
1.44 लाख है न्यूनतम वेतन
राज्य सरकार ने इस पद के लिए न्यूनतम मासिक वेतन 1.44 लाख रुपये रखा है। निदेशक को नन प्रैक्टिसिंग एलाउंस भी मिलेगा। इस पद पर नियुक्ति के लिए साइकेट्री या न्यूरो साइंस में स्नातकोत्तर के अलावा प्रोफेसर या एडिशनल प्रोफेसर के पद पर पांच साल के अनुभव के साथ इस क्षेत्र में 15 वर्ष का कुल अनुभव रखा गया है।